Jharkhand:चाईबासा में नक्सल प्रभावित इलाके के हेस्साबांध गांव में 8 लोगों की हत्या की खबर निकली गलत,पुलिस ने कहा कोई ऐसी घटना नहीं हुई है।

चाईबासा।झारखण्ड एक ख़बर से सनसनी फैल गई थी लेकिन जो ख़बर थी भ्रामक और गलत निकली है।मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाके के हेस्साबांध गांव में 8 लोगों की हत्या की खबर निकली।जिनकी हत्या किये जाने की भ्रामक खबर थी वैसे परिवार के सभी सदस्य घर में सुरक्षित है।वही हत्या की घटना की सुचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा,सदर एसडीपीओ अमर पाण्डेय समेत कई थाना के पुलिस घटना स्थल पहुंच कर मामले की जांच की तो परिवार वालों में बताया हम लोग ठीक है और घर में है।तब पुलिस को राहत मिली। पुलिस ने बताया कि गुण्डी सुरीन मानसिक रूप से विक्षिप्त है।तथा आपसी विवाद को लेकर गुण्डी सुरीन के साथ मारपीट हुई।हलांकि गुण्डी सुरीन के साथ किस बात को लेकर मारपीट हुई है इस मामले पर चाईबासा पुलिस जांच में जुट गई है।वहीं आठ लोगों की हत्या किये जाने की खबर को लेकर पुलिस कप्तान द्वारा मीडिया को बताया गया था की खबर गलत है।उसके बाबजूद मीडिया वालों में भ्रामक खबर छापकर सनसनी फैलाने का काम किया है जो पुर्ण रूप से गलत है।इस सबंध में पुलिस कप्तान अजय लिण्डा से पुछे जाने बताया गया कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले हेस्साबांध का रहने वाला गुण्डी सुरीन नायक के साथ आपसी विवाद को लेकर मारपीट हुई थी , जिस क्रम में वह घायल हुआ।जिसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा था।मानसिक विक्षिप्त गुण्डी सुरीन के बयान पर बगैर घटना स्थल तथा जिन आठ लोगों की हत्या किये जाने की खबर की जांच पड़ताल किए बगैर भ्रामक खबर मीडिया में फैलाया गया है , वह बिलकुल निराधार है।गांव के मुखिया द्वारा भी थाना को इस खबर को गलत और मुखिया ने बताया कि वैसी कोई घटना गांव में नहीं घटी है।सभी लोग घर में और सुरक्षित है।जब घटना की खबर मिली तो पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा, सदर एसडीपीओ अमर कुमार पाण्डेय सभी दलबल के साथ हेस्साबांध पहुंच कर बाबुराम सुरीन के परिवार के सभी सदस्य के साथ मिलकर घटना की जानकारी ली।फिर अहले सुबह सुबह भी पुलिस घटना स्थल पहुंच सभी लोगों से बातचीत की और सभी सुरक्षित और जीवित लोगो की तस्वीर और कुशल क्षेम को कैमरे में केद की गई है।वहीं पुलिस कप्तान जहां इस खबर को पुरी गलत बताये वहीं यह भी कहा गया मीडिया को सुचना देने के बाद भी एक मानसिक विक्षिप्त गुण्डी सुरीन के बयान पर गलत और भ्रामक खबर छाप कर सनसनी फैलाया गया है।

क्या है खबर ?

डायन के नाम पर एक ही परिवार के 9 लोगों की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। इसमें महिला, पुरुष समेत 4 बच्चे शामिल हैं। घटना मुफस्सिल थाना के हेसाबांद गांव की है। इस मामले में थाना प्रभारी आशुतोष कुमार ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। सदर अस्पताल में इलाजरत गुनदी सुरीन को फ़ोन कर उसके चाचा गुमती सुरीन ने हत्या के बारे में सूचना दिया है। जबकि, उस वक़्त घायल दूसरे गांव में था। अब तक कि जांच में ग्रामीण और सरपंच ने 9 लोगों के हत्या की पुष्टि नहीं की। नक्सल इलाका होने के कारण बुधवार की सुबह पुलिस टीम गांव में अतिरिक्त फोर्स के साथ जांच करने जायेगी। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।
इससे पूर्व अस्पताल में घायल गुन्दी सुरीन ने बोला कि रात में उसके चाचा गुमती सुरीन और सैकडो ग्रामीण उसके घर आए। डायन का आरोप लगा कर उसके पिता बाबू लाल सुरीन, मां मुक्ता सुरीन,भाई नारायण सुरीन, बहन मुन्दली सुरीन, जोगा सुरीन और उसके चार बच्चों की हत्या कर दी गयी। उसकी पत्नी जमुना सुरीन को भी मारपीट कर जख्मी कर दिया गया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म भी किया है। गुन्दी सुरीन ने फिर बताया कि वह किसी तरह से बच कर गांव से अपना ससुराल कबरागुटू आ गया। मगर, मंगलवार की सुबह में उसे मारने के लिए वे लोग वहां भी आ गए थे। हालांकि, वहां से भी भाग कर अपने एक रिश्तेदार के घर टोटो के पुरनापानी पहुँच गया। वहां पर उसे टोटों उपस्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चिकित्सको ने चाईबासा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। यहां आने पर पुलिस को घटना की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस घटना की जानकारी करने में जुट गयी है।