Jharkhand:तेज रफ्तार में अनियंत्रित बस पेड़ से टकराई, चार बच्चे,चार महिला सहित दस यात्री घायल,घायलों को निकालने में लगे दो घंटे

गोड्डा।झारखण्ड के गोड्डा जिले के पोड़ैयाहाट-गोड्डा मुख्य मार्ग पर सोमवार की दोपहर को दुमका से आ रही पप्पू बस भटौंधा पुल के पास पेड़ से टकराई गई।बताया गया कि जोरदार टक्कर होने के कारण बस पूरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें एक दर्जन सवारी घायल हो गए। दुर्घटना में करीब दो घंटे तक केबिन में ही दो बच्ची व तीन महिला फंसी रहीं।सूचना पर पहुँची पुलिस ने जेसीबी और ग्रामीणों की सहायता से केबिन में फंसे सवारियों को बाहर निकाला गया और उपचार के लिए सदर अस्पताल गोड्डा भेजा गया।

इधर घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि पप्पू सवारी बस दुमका से गोड्डा आ रही थी जिसमें लगभग 25-27 सवारी बैठे हुए थे। जैसे ही बस भटौंधा पुल के करीब पहुंची तो गाड़ी तेज रफ़्तार में अनियंत्रित हो गई और पेड़ से जा टकराई। इस कारण बस का आगे का भाग पेड़ से टकराकर अंदर चला गया और केबिन के अंदर ही दो बच्चे सहित तीन महिलाएं फंसी रह गई। शेष यात्री किसी तरह निकलने में कामयाब हुए। बताया जाता है कि गाड़ी ओवरटेक करने के चक्कर में अनियंत्रित हो गई।

ये सभी घायल हुए हैं

घायलों में सात वर्षीय ज्योति कुमारी उनकी माता सुलेखा देवी और मौसा कपिलदेव साह शामिल हैं। ये सभी पीरपैंती जा रहे थे। वहीं गोढ़ी निवासी जितनी देवी और भुत्ते देवी की नतनी सात वर्षीय यमुना कुमारी,गोविद कुमार , हेमलता कुमारी आदि शामिल हैं। सभी घायलों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है । घायलों में जितनी देवी और भुत्ते देवी, यमुना कुमारी को सिर पर चोट आई है जबकि गोविद और हेमलता का पैर टूट गया है। वहीं पंजवारा निवासी गुंजन देवी और उनकी पुत्री पांच वर्षीय रागिनी भी इस हादसे में घायल हुई हैं। घायलों में कुछ चार बच्चे, चार महिला और एक पुरुष शामिल है।

हो सकती थी बड़ी दुर्घटना

तेज रफ़्तार में बस अनियंत्रित होने के बाद पेड़ से टकराकर रुक गई। वरना आगे बड़ा गड्ढा था। जिसमें अगर गाड़ी गिर जाती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी और जान माल की भी क्षति हो सकती थी।

दो घंटे तक फंसी रही केबिन में बच्ची और महिलाएं

सड़क दुर्घटना में पेड़ में इतना जबरदस्त टक्कर मारा था कि केबिन का आगे का भाग अंदर चला गया था जिसके कारण दो बच्ची और तीन महिलाएं केबिन के अंदर फंस गई थी और चोट के कारण चिल्ला रही थी। ग्रामीण व राहगीर प्रयास करते रहे लेकिन आखिर किसी का चारा नहीं चला अंत पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जेसीबी मंगवाई और गाड़ी को थोड़ा पीछे कर फिर आगे से किसी तरह मशक्कत के बाद केबिन में फंसे बच्चों और महिलाओं को बाहर निकाला गया और फिर एंबुलेंस की सहायता से उसे गोड्डा सदर अस्पताल भेजा गया।

स्थानीय लोगों का हंगामा

केबिन में फंसे बच्चे और महिलाओं को निकालने में हो रहे विलंब से आम लोगों में काफी आक्रोश था।पुलिस घटनास्थल पर आधा घंटे में पहुंची थी। बावजूद जब निकालने का कोई उपाय नहीं चल रहा था तो ग्रामीणों में आक्रोश गहराता जा रहा था। लोग का कहना था कि जितना जल्दी हो सके। इन बच्चों एवं महिलाओं को बाहर निकालकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा जाए। थाना प्रभारी गजेश कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जेसीबी मंगवाया और ग्रामीणों के सहयोग से फंसे यात्रियों को बाहर निकाला।