Jharkhand:लगभग 150 साल बाद कार्तिक पूर्णिमा में भव्य मेला नहीं लगा,कोरोना महामारी का असर मेला में दिखा,श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी,वर्षों से चली आ रही कई कार्यक्रम नहीं हुआ।

राँची।कोरोना गाइडलाइन के तहत चुटिया स्थित इक्कीसो महादेव में कार्तिक पूर्णिमा पर मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इस वर्ष धार्मिक और स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा स्वर्णरेखा नदी के तट पर शिविर का आयोजन भी नहीं किया जा रहा है।मगर फिर भी बड़ी संख्या में लोग में लोग नदी के पवित्र जल में स्नान करने के लिए पहुँच और इक्कीसों मंदिर में पूजा पाठ किये।करीब 150 वर्ष बाद ऐसा हो रहा होगा जब कार्तिक पूर्णिमा के दिन इक्कीसो महादेव में मेला का आयोजन नहीं किया जा रहा है।हर वर्ष आज के दिन यहां सुबह चार बजे से लेकर रात तक लाखों श्रृद्धालु बाबा को स्वर्णरेखा का जल चढ़ाते हैं। मगर इस वर्ष आधे से भी कम लोग यहांं आए हैं।

हालांकि, लोगों की उम्‍मीद में कुछ लोग पूजा के लिए फूल-फल और मिठाई लेकर नदी के तट पर खड़े देखे गए। नदी में स्नान करने वाले लोग इनसे सामान लेकर मंदिर में पूजा करने जा रहे थे। मान्यता है कि जो इस मेले में या कार्तिक पूर्णिमा पर बाबा के दर्शन के लिए आते हैं, वह गन्ना जरूर खरीदते हैं। इसे देखते हुए आसपास के गांव से कुछ लोग गन्ना लेकर भी यहां पहुंच गए हैं। मंदिर प्रबंधन द्वारा जगह-जगह बैनर और पोस्टर लगाकर लोगों से आज के अवसर पर कोरोना गाइडलाइन और मास्क लगाने की अपील की गयी है। हालांकि, मंदिर में काफी कम संख्या में लोग मास्क में दिख दिखे।शाम पांच बजे तक भीड़ मेले में रहा।