माँ दुर्गा का आह्वान,मूर्ति निर्माण की शुरुआत,राँची में पुजारी और मूर्तिकार अजय पाल ने मेढ़ पूजा कर मूर्ति बनाने का कार्य प्रारंभ किया

राँची।आज के दिन ही जगन्नाथ स्वामी मौसी बाड़ी जाते है और इसी दिन शुभ मुहूर्त देखकर माँ दुर्गा को आह्वान किया जाता है। इस वर्ष शुभ मुहूर्त शुक्रवार सुबह 6 :25 से लेकर 6:55 तक था। राजधानी राँची के मजूमदार(Occ compound) बाड़ी में बीते 350 वर्षो से माँ दुर्गा को आह्वान कर प्रतिमा निर्माण का शुरुआत किया जाता है। पूजा के बाद सबसे पहले भगवान गणेश की मूर्ति का निर्माण किया जाता है। मजूमदार परिवार व पुजारी ने इस संबंध में बताया की यह पूजा उन स्थानों में किया जाता है, जहां पर मूर्ति विसर्जन के कुछ दिनों के बाद पुनःउसी मैढ़ को नदी या तालाब से वापस लाया जाता है।बताया जाता है कि मजूमदार परिवार देश विभाजन से पूर्व बांग्लादेश के नोवा खोली के रहने वाले है।विभाजन के पहले से राजधानी राँची में यह परिवार बीते 80 सालों से इस पूजा व परम्परा को निर्वाहन करते आ रहै हैं।आज देश के सभी दुर्गा पूजा स्थानों में मेढ़ पुजा कर मूर्ति बनाना शुरू किया गया।राँची में माँ दुर्गा को आह्वान कर पूजा किया गया।पूजारी और मूर्तिकार अजय पाल ने विधिविधान से प्रारंभ किया।