Ranchi:सेना में बहाली के नाम पर दर्जनों युवाओं से लाखों ठगी,मुख्य आरोपी गिरफ्तार,अन्य फरार

राँची।राजधानी राँची में सेना में भर्ती के नाम पर दर्जनों युवाओं से करीब सवा करोड़ रुपए ठगने के मामले का उजागर आर्मी इंटेलिजेंस ने किया है।मामले में नामकुम पुलिस ने मुख्य सरगना में से पंकज कुमार सिंह,पिता धर्मनाथ सिंह,चांदनी चौक,हटिया को गिरफ्तार किया है।वहीं दो और लोगों को हिरासत में लिया है। तीन लोगों को पूछताछ कर रही है।जबकि ठगी का दूसरा सरगना शौकत अली समेत अन्य फरार है।जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रहीं हैं।ठगी के शिकार हुए युवा जम्मू-कश्मीर,पंजाब, महाराष्ट्र,यूपी सहित अन्य राज्यों के रहने वाले हैं।गिरफ्तार आरोपी की पहचान पंकज कुमार सिंह के रूप में हुई है। पंकज को राँची पुलिस ने नामकुम चौक के पास से गिरफ्तार किया है।वहीं दो अन्य को हिरासत में लिया है। पंकज बेरोजगार युवाओं को सेना में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए का ठगी किया। इस गिरोह में तीन से चार लोग और शामिल हैं जिसकी गिरफ्तारी में पुलिस जुटी हुई है।

बंद कमरे में हुआ मेडिकल तो युवाओं को हुआ शक

भुक्तभोगी युवकों के अनुसार एजेंट के माध्यम से पता चला कि बिना दौड़ लगाए सीधे मेडिकल जांच होगा उसके बाद जॉइनिंग होंगी जिसके लिए प्रति युवकों ने 5 लाख रुपए दिए।युवकों को मेडिकल के लिए बुलाया गया जहां बंद कमरे में मेडिकल लिया गया तो युवकों को शक हुआ,कहा कि कोरोना की वजह से अस्पताल में जांच नहीं किया जा रहा है।जब जॉइनिंग लेटर लेकर पहुंचे तो ठगे जाने की जानकारी मिली।

पूर्व में दो करोड़ की ठगी मामले में जेल जा चुका है पंकज

गिरफ्तार पंकज सेना के नाम पर ठगी मामले में पूर्व में भी जेल जा चुका है।पूर्व में भी बोकारो, सिमडेगा,धनबाद,गुमला के दर्जनों युवाओं से सेना में भर्ती के नाम पर दो करोड़ रुपए की ठगी मामले में 23 फरवरी 2020 को जगरनाथपुर थाना से जे जा चुका है। मामले में 91/20,92/20 केस दर्ज किया गया था।

पंकज महंगी गाड़ियों का शौकीन है,कई जगहों पर है ऑफिस

पंकज सिंह पिछले कई सालों से भोले-भाले युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगने का काम कर रहा है।उसे मंहगी गाड़ियों का शौक है।उसके पास दो महंगी गाड़ियां हैं।युवाओं को ठगने के लिए अलग अलग जगहों पर ऑफिस खोल रखा है।नो महीने में अलग अलग खाते में 60 लाख का ट्रांजेक्शन युवाओं को ठगने का धंधा काफी फैला हुआ है।युवाओं को सेना में नौकरी का सब्जबाग दिखाकर उनसे कई अलग अलग बैंक अकाउंट में 9 माह में 60 लाख का ट्रांजेक्शन किया है।ज्यादातर ट्रांजेक्शन गोपी शर्मा (आईसीआईसीआई बैंक), सुशील तिवारी,(एचडीएफसी बैंक),मनीष कुमार ( यूनियन बैंक), पंकज कुमार सिंह (एक्सिस एवं आईसीआईसीआई बैंक) एवं रोहित कुमार के खाते में किया है।

आईबी बंगला का रसोइया भी था शामिल, तलाश में पुलिस कर रही छापेमारी

आईबी बंगला का रसोईया शौकत अली भी जालसाज के साथ शामिल होकर सेना में जाने वाले युवाओं को झांसे में लेकर ठगी की घटना का अंजाम देता था। इस बात का खुलासा गिरफ्तार आरोपी पंकज ने पुलिस पूछताछ में की है। आरोपी पंकज ने पुलिस को बताया है कि दूसरे राज्यों से रांची आकर मुलाकात करने वाले युवाओं को विश्वास में लेने के लिए वह रसोईया शौकत अली के सहारे ही आईबी के बंगला में भेजता था और वहां उसे रुकने का व्यवस्था करवाता था। शौकत अली का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। हालांकि फिलहाल रसोईया शौकत अली फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने आईबी बंगला के रसोईया में काम करने वाले दो अन्य लोगों को भी हिरासत में ली है जिससे लगातार पूछताछ की जा रही है।

भुक्तभोगी ने थाना में मामला दर्ज कराया

पंकज कुमार के द्वारा आर्मी में नौकरी लगाने के नाम पर कई युवाओं से लाखों रुपए की ठगी की गई है।इसको लेकर जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के रहने वाले बलबीर सिंह ने नामकुम थाना में दिए आवेदन में कहा है कि छह-सात महीने पूर्व कटरा में एक अनजान व्यक्ति से संपर्क हुई थी। उसने कहा था, कि मेरे जान पहचान का व्यक्ति रांची में रहता है. जो आर्मी में पैसा लेकर बहाली करा देता है उसका नाम पंकज कुमार सिंह है. जिसके बाद बलबीर सिंह ने पंकज कुमार सिंह से संपर्क किया तो पंकज ने कहा कि प्रत्येक उम्मीदवार के पर पांच लाख रूपया लेंगे और नौकरी निश्चित रूप से हो जाएगी. रुपया भेजने के लिए पंकज सिंह ने आईसीआईसीआई बैंक राँची का दो अकाउंट नंबर दिया जो किसी गोपी शर्मा और सुशील तिवारी के नाम से थाजम्मू से आये ठगी के शिकार हुए बलवंत,नामकुम थाना में

चार उम्मीदवार के लिए 12 लाख रुपया:

पंकज ने बलवीर से कहा कि चारों उम्मीदवार को राँची भेज देना।राँची आने के बाद सभी उम्मीदवार रेलवे स्टेशन के सामने स्थित होटल अशोका में पंकज कुमार और उसके दो तीन सहयोगियों को कुल 12 लाख रुपया दिया। जिसके बाद सभी लोग को मेडिकल के लिए नामकुम कैंप के पास एक कैमल कमरे में ले गया। और वहां पर इन लोगों का मेडिकल करवाया. उसके बाद से जॉइनिंग लेटर नहीं दिया. इस दौरान पंकज सिंह से जब बलवीर ने संपर्क करने की कोशिश किया तो टालमटोल करने लगा।बलवीर को पता चला कि नौकरी दिलाने के नाम पर पंकज कुमार ने उसके साथ ठगी की है।इसी दौरान पंकज कुमार सिंह आठ लाख रुपया देने का प्रलोभन देकर नामकुम चौक के पास बुलाया और स्थानीय पुलिस के सहयोग से पकड़कर नामकुम थाना के हवाले कर दिया है।आरोपी के पास बरामद बुलेट बाइक