खुलासा:राँची में फाइनेंस कर्मी की हत्या के लिए 3 लाख में दिया गया था सुपारी,एडवांस में 24 हजार लेकर बिहार से आए शूटर ने मारा था गोली,एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

राँची।सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के किशोरगंज स्थित रोड नंबर एक में हुए फाइनेंस कर्मी मुकेश जालान हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने सोमवार को एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधी का नाम विकास कुमार साव है और वह सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के न्यू मधुकम स्थित रोड नंबर 5 का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधी विकास ने बताया है कि फाइनेंस कर्मी का हत्या के लिए 3 लाख रुपए में सुपारी दी गई थी। एडवांस के तौर पर 24 हजार रुपया मिला था। पैसा मिलते ही वह अपने पांच अन्य सहयोगियों के साथ दो बाइक में सवार होकर 6 फरवरी की रात लगभग 10 बजे मुकेश की हत्या करने के लिए किशोरगंज पहुंचा था। मुकेश अपनी दुकान बंद कर जैसे ही रोड नंबर एक में पहुंचा था कि बिहार से आए शूटर ने उसे गोली मार दी थी। मुकेश का मौके पर ही मौत हो गया था। गिरफ्तार अपराधी ने घटना में शामिल अन्य सभी पांचो अपराधियों का नाम पुलिस को बताया है। फरार पांचों अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।

फिलहाल पुलिस फरार अपराधियों के नाम बताने से साफ इंकार कर रही है

सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि फिलहाल हत्या का कारण स्पष्ठ नहीं हो पा रहा है। हालांकि गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ में यह स्पष्ट हो गया है कि मुकेश जालान की हत्या के लिए 3 लाख की सुपारी दी गई थी। सिटी एसपी ने यह भी बताया कि हत्याकांड में शामिल 5 अन्य अपराधियों के बारे में भी पूरी जानकारी मिल गई है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मालूम हो कि 6 फरवरी की रात किशोर गंज स्थित रोड नंबर एक में दो बाइक पर सवार छह की संख्या में आए अपराधियों ने फाइनेंस कर्मी मुकेश जालान को गोली मारकर हत्या कर दिया था।

रातू से बाइक में सवार होकर किशोरगंज पहुंचा था अपराधी, बाइक में लगा रखा था फर्जी नंबर

पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधी ने बताया है कि घटना का अंजाम देने के लिए पहुंचे 6 अपराधियों में 2 अपराधी रातू थाना क्षेत्र के जबकि एक बिहार का भी रहने वाला है। बिहार से आए शूटर ने ही सभी को हथियार मुहैया कराया था। घटना का अंजाम देने से पहले दोनों बाइक में फर्जी नंबर लगा दिया गया था ताकि पुलिस को घटना में शामिल अपराधियों के बारे में कोई जानकारी ना मिल पाए। गिरफ्तार अपराधी ने यह भी बताया है कि गोली मारने के बाद सभी अपराधी सुखदेव नगर होते हुए रातू की ओर फरार हो गया था।

वर्तमान थानेदार ने हत्याकांड में नहीं दिखाई रुची तो तत्कालीन थानेदार ने कड़ी मेहनत कर किया खुलासा

सुखदेव नगर थाना के प्रभारी जॉन मुर्मू ने मुकेश जालान हत्याकांड का खुलासा करने में रुचि नहीं दिखाई तो तत्कालीन थानेदार संजय कुमार सक्रिय हो गए। थाना प्रभारी के पद से हटाए जाने के बाद भी तत्कालीन थानेदार संजय कुमार लगातार अनुसंधान में लगे रहे और हत्याकांड का खुलासा करने के लिए अपने सूचना तंत्र के माध्यम से अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाते रहे। तत्कालीन थानेदार संजय कुमार की मेहनत रंग लाई और उसने हत्याकांड में शामिल एक अपराधी को गिरफ्तार करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया। ताज्जुब की बात तो यह है कि थाना प्रभारी होने के बाद भी जॉन मुर्मू ने औपचारिक रूप से भी कहीं अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई और पूरी तरह से बेपरवाह बनकर थाना में कुर्सी तोड़ते रहे। सिटी एसपी के कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी वर्तमान थानेदार जॉन मुर्मू गायब रहे जबकि तत्कालीन थानेदार संजय कुमार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए हत्याकांड के बारे में सिटी एसपी को पूरी जानकारी दी।

गोली मारने के बाद पटना में जाकर किया था कबाड़ी दुकान में काम, 5 अपराधी भाग गया था दिल्ली

कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि पुलिस जांच में यह बात की जानकारी मिली है कि गोली मारने के बाद एक अपराधी पटना चला गया था और वहां 2 माह तक एक कबाड़ी दुकान में काम किया था। बाकी के अन्य 5 अपराधी घटना के अगले दिन ही राँची से भागकर दिल्ली चला गया था। वहा जाने के बाद भी सभी पुलिस से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। कुछ दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद सभी अपराधी उड़ीसा और फिर जमशेदपुर में आकर रहने लगा था। लॉकडाउन के बाद सभी अपराधियों को लगा कि पुलिस अब मामले की जांच करनी बंद कर दी है तो ऐसे में वह पकड़ में नहीं आएगा। इसके बाद सभी रांची चला आया जिसके बाद पकड़ा गया। फिलहाल कांड में शामिल पांच अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

प्रॉपर्टी हड़पने की नीयत से हत्या कराए जाने की आशंका, सरगना की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ठ होगा कारण

पुलिस फिलहाल हत्या के कारणों के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ भी बताने से इंकार कर रही है। हालांकि आशंका जताई जा रही है कि गाड़ीखाना स्थित मुकेश जालान के जिस जमीन पर अपार्टमेंट निर्माण का कार्य चल रहा है उसी प्रॉपर्टी को हड़पने की नीयत से घटना का अंजाम दिया गया है। पुलिस के पास अब तक कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं। सीधी एसपी का कहना है कि घटना में शामिल अन्य पांच अपराधियों के गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि मुकेश की हत्या के लिए किसने और क्यों सुपारी दी थी।