हजारीबाग में डेंटल डॉक्टर ने दो बेटियों को जहर देकर मार डाला, फिर नस काटकर कर ली खुदकुशी,घटना से शहर में सनसनी फैल गई है,पुलिस जाँच में जुटी…

 

हज़ारीबाग। झारखण्ड के हजारीबाग शहर से सोमवार को दिल दहला देनेवाली घटना सामने आयी है। शहर के रामनगर विष्णुपुरी मोहल्ले में डेंटल डॉक्टर राजकुमार ने पहले अपनी दो बेटियों को जहर खिलाकर मार डाला। इतना ही नहीं, इसके बाद उस डॉक्टर ने हाथ की नस काटकर खुदकुशी कर ली। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। इस घटना के बाद शहर में हड़कंप मच गया है।घटना के स्थानीय लोगों की भीड़ जुटी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

डॉक्टर ने अपनी दो बेटियों की हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने दो बेटियों को जहर खिलाकर उनकी जान ले ली। इसके बाद उसने अपने हाथ की नस काटकर खुदकुशी कर ली।स्थानीय लोगों की मानें, तो करीब 12 बजे की घटना है। रामनगर विष्णुपुरी मोहल्ले के डेंटल डॉक्टर राजकुमार के घर के बाहर ताला लगा था और अंदर से बच्चियों के रोने की आवाज आ रही थी। इसके साथ ही वे बचाओ-बचाओ की आवाज लगा रही थीं। इसके बाद पड़ोसी जुटे और घर का ताला तोड़कर देखा तो घर के अंदर का नजारा देखकर स्थानीय लोगों के होश उड़ गए। एक तरफ जहां दोनों बेटियां पड़ी थीं,वहीं डॉक्टर राजकुमार के हाथ की नस कटी हुई थी और खून निकल रहा था। तत्काल तीनों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीनों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।घर के बाहर पुलिस और स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है।

यह घटना कटकमदाग थाना क्षेत्र के विष्णुपुरी मोहल्ले के डॉक्टर राजकुमार ने दोनों बेटियों अव्या, आठ साल और अन्वी पांच साल को जहर देकर हत्या कर दी है। फिर ब्लेड से अपना हाथ का नस काट लिया और बाथरूम में गिरा हुआ था।अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण उसकी भी मौत हो गई है।जानकारी के अनुसार पारिवारिक कारणों से डॉक्टर ने इस घटना को अंजाम दिया। बताया जाता है कि डॉ. राजकुमार कटकमसांडी के रहने वाले हैं।वह नवाबगंज स्थित लक्ष्मी पेट्रोल पंप के सामने झील टावर में बतैर डेंटिस्ट प्रेक्टिस करते थे। उनका अपना निजी चैंबर भी था। उनका ससुराल कुम्हार टोली बोरा गोदाम के पास है।सोमवार को ससुराल में किसी बच्चे का जन्म होने के बाद सतैइसा का कार्यक्रम था। पत्नी चांदनी देवी और तीनों बच्चे मायके गए हुए थे। इसी बीच सोमवार को डॉक्टर राजकुमार ससुराल पहुंचे और बेटे को पत्नी के पास छोड़ दिया। फिर दोनों बेटियों को लेकर विष्णुपुरी स्थित आवास पर लौट गए। जहां पहले दोनों बेटियों को जहर दिया और बाद में खुदकुशी कर ली।

इस घटना की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली।ये घटना आग की तरह पूरे शहर में फैल गई।भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गयी।खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गयी। इस वारदात के बाद लोग सकते में हैं।पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इधर स्थानीय लोगों ने जानकारी दी कि घर के बाहर ताला बंद था और अंदर से बचाओ-बचाओ की आवाज आ रही थी।पड़ोसियों ने घर के अंदर से बच्चियों के रोने की आवाज सुनी और बाहर ताला बंद दिखा तो उन्हें शक हुआ। इसके बाद आसपास के लोग जुटे और ताला तोड़कर देखा तो डॉक्टर पिता और बच्चियां बेसुध पड़ी थीं। उन्हें आनन-फानन में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पूरे मामले की जानकारी नहीं मिल सकी है। पोस्टमार्टम के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा कि आखिर वारदात के पीछे की वजह क्या है? इधर, पुलिस भी जांच में जुटी है।