बिहार में नीतीश कुमार फिर पलटी मारकर NDA में जाएंगे ! बिहार की पलटीमार राजनीति की हलचल से देश की राजनीति पारा भी चढा… क्या होगा INDI गठबंधन ?

नीतीश कुमार को लेकर सियासी अटकलबाजी का दौर जारी है। सीएम नीतीश के एनडीए में जाने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने मन की बात बता दी है। राजद सांसद मनोज झा ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि मीडिया में जो कुछ चल रहा है वो निराधार है।

 

पटना।बिहार में नीतीश कुमार को लेकर सियासी हलचल तेज है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार किसी भी पाला बदल सकते हैं। नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी के कई नेताओं ने अपने मन की बात भी बता दी है। सुशील मोदी और तारकिशोर प्रसाद कह चुके हैं कि दरवाजे खुले हुए हैं। इस बीच राजद (RJD) में भी हलचल तेज है। लालू यादव (Lalu Yadav) ने अपने विधायकों को अलर्ट कर दिया।बिहार की मौजूदा स्थिति पर राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने प्रतिक्रिया दी है। मनोज झा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि मैं सब देख रहा हूं कि तिल का ताड़ कैसे बनाया जा रहा है। इंसान के होते हुए इंसान का ये हश्र देखा नहीं जाता मगर देख रहा हूं।

उन्होंने आगे कहा, “ये सारी चीजें चलती रहती हैं… आप माननीय मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) और माननीय उप मुख्यमंत्री (तेजस्वी यादव) की अब तक की जो बॉडी केमिस्ट्री है और जो कार्यशैली रही है वो देखिए… इतना गरिमामयी आचरण रहा है दोनों नेताओं का कि बिहार के जरे-जरे में ये बात है। मैं समझता हूं कि इस तरह की चीजें जो मीडिया में चल रही है वो निराधार है…।

नीतीश का NDA में जाना पक्का! 28 को शपथ ग्रहण, सुशील मोदी हो सकते हैं डिप्टी सीए

इधर बिहार की सियासत में बड़ी हलचल हो रही है। आरजेडी से तनाव के बीच नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य में नई सरकार की कवायद कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार एनडीए के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। वे 28 जनवरी को 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। उनके साथ सुशील मोदी डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं।

जेडीयू ने अपने सभी विधायकों को तुरंत पटना आने के लिए कहा है। जेडीयू ने अपने सभी कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। 28 जनवरी को पटना में महाराणा प्रताप रैली थी, उसे भी रद्द कर दिया गया है। बीजेपी के तमाम नेता दिल्ली में हाईकमान के साथ सिलसिलेवार मीटिंग कर रहे हैं। एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं से भी बातचीत की जा रही है।

बताते चलें कि सुशील मोदी राज्यसभा सांसद हैं और वो 15 जुलाई 2017 से 15 नवंबर 2020 तक बिहार के डिप्टी सीएम रहे हैं। तब नीतीश कुमार सीएम थे।तमाम चुनौतियों के बावजूद दोनों नेताओं के बीच अच्छा तालमेल देखने को मिलता रहा है।वहीं, सुशील मोदी का बयान आया है।उन्होंने कहा, दरवाजे वक्त के हिसाब से खुल सकते हैं।दरवाजा बंद होता है तो खुलता भी है