टांगी से वार कर पति की हत्या,पत्नी व दो बच्चों की हालत गंभीर,आरोपी गिरफ्तार…..पत्रकारों ने तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया….

 

गुमला।झारखण्ड के गुमला जिले के तेंदार गांव में टांगी से वार कर एक युवक की हत्या कर दी गयी, जबकि पत्नी व दो बच्चों की हालत गंभीर है। इन्हें बिशुनपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीनों का इलाज किया गया।इसके बाद बेहतर इलाज के लिए गुमला रेफर कर दिया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

बताया जाता है कि घाघरा प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित तेंदार गांव में छोटेलाल उरांव ने धीरज मुंडा (42 वर्ष) को टांगी से काटकर हत्या कर दी।छोटेलाल ने उसकी पत्नी बासमती देवी (40 वर्ष), बेटा दशरथ मुंडा (7 वर्ष) व बेटी मुक्ति कुमारी (9 वर्ष) को भी टांगी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

ग्रामीणों के अनुसार छोटेलाल उरांव की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है।वह मंगलवार की दोपहर धीरज मुंडा के घर पहुंचा।इस दौरान धीरज और घर के सभी सदस्य खाना खाकर घर के अंदर आराम कर रहे थे। इसी दौरान छोटेलाल आया और धीरज के घर का दरवाजा पीटते हुए दरवाजा खोलने को कहा। धीरज ने दरवाजा खोला, तो छोटेलाल कहने लगा कि उसे डर लग रहा है। उसे कहीं छिपा दो या कहीं पहुंचा दो।ऐसा कहते हुए बगल में रखी टांगी उठाकर सभी पर अंधाधुंध वार करने लगा।

टांगी से‍ वार करने पर धीरज मुंडा की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी।मृतक की पत्नी व दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये। इसके बाद छोटेलाल टांगी लेकर गांव में घूमता रहा। डर से काफी देर तक ग्रामीण उसके नजदीक नहीं सटे। अंत में चकमा देकर ग्रामीणों ने छोटेलाल को पकड़ा और एक कमरे में बंद कर दिया। घटना की सूचना थानेदार तरुण कुमार को मिली। इसके बाद दलबल के साथ घटनास्थल पहुंचकर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

थानेदार तरुण कुमार ने कहा कि सूचना मिली कि तेंदार में धीरज मुंडा और उसकी पत्नी व दो बच्चों पर हमला कर दिया गया है। इससे धीरज की मौत हो गयी है। इसके बाद घटनास्थल पहुंचकर शव को बरामद कर लिया गया है। ग्रामीणों द्वारा छोटेलाल को एक कमरे में बंद कर रखा गया था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना की सूचना मिलने पर पत्रकार गांव पहुंचे।तब तक सभी घायल खून से लथपथ जमीन पर पड़े हुए थे। सुदूरवर्ती इलाका होने के कारण घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए वाहन नहीं मिल रहा था। लगभग एक घंटा सभी घायल घायलावस्था में पड़े थे। पत्रकार ने अपने निजी कार में खून से लथपथ तीनों घायलों को उठा कर बिशुनपुर सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां तीनों का इलाज किया गया। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए गुमला रेफर कर दिया गया।