गुमला मुठभेड़-2:समाजसेवी व पूर्व पत्रकार शैलेस तिवारी की हत्या कर सुर्खियों में आया था लजीम…36 घंटे के अंदर दो कुख्यात इनामी नक्सली को पुलिस ने मार गिराया…..

गुमला।झारखण्ड के गुमला पुलिस को 36 घण्टे के अंदर भाकपा माओवादी के खिलाफ बड़ी सफलता मिली।जिले के चैनपुर थाना के टोंगो सेमल बरटोली जंगल में सुरक्षाबलों और भाकपा माओवादी के बीच भीषण मुठभेड़ हुई।जिसमें छह लाख रुपये का इनामी सबजोनल कमांडर लजीम अंसारी मारा गया है।लजीम पर झारखण्ड पुलिस ने पांच लाख और एनआईए ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। घटना शुक्रवार की देर शाम की है। लजीम के मारे जाने के बाद सबजोनल कमांडर रंथु उरांव व खुदी मुंडा सहित दो अन्य नक्सली भागने में सफल रहे।पुलिस इन चारों नक्सलियों को भी जंगल में घेरने में लगी हुई है।घटना स्थल पर एसपी,एएसपी अभियान..

आपको बता दें गुमला जिले में में दो दिन में दो बड़ी मुठभेड़ हुई है। जिसमें पुलिस को दो सफलता मिली है। एक जून को पुलिस ने आंजन गांव तीन लाख के इनामी सबजोनल कमांडर राजेश उरांव को मार गिराया था।राजेश के मारे जाने के बाद रंथु,लजीम और खुदी भाग गये थे।पुलिस इन नक्सलियों के पीछे लगी हुई थी। शुक्रवार की शाम को टोंगो जंगल में नक्सलियों का सामना पुलिस से हो गयी।इसके बाद दोनों और से दर्जनों राउंड गोली चली। जिसमें लजीम को गोली लगी और वह जंगल में ही ढेर हो गया। बैक-अप टीम के पहुंचने के बाद पुलिस ने लजीम के शव को देर रात जंगल से बरामद की।घटना स्थल से राइफल,गोली व अन्य सामान भी मिला है।

लंबे अरसे के बाद टोंगो का इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा।अभी भी सुरक्षा बल जंगल में है और भागे नक्सलियों की तलाश कर रही है।पुलिस सूत्रों के अनुसार तीन-चार नक्सली जंगल में छिपे हुए हैं।पुलिस की प्लानिंग है।रातभर नक्सलियों की तलाश की जायेगी।टोंगो व आसपास के जंगलों को घेरने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स को बुलाया गया है।

इधर बताया जाता है कि गुमला थाना के पनसो गांव निवासी लजीम अंसारी ने जुलाई 2015 में खरका गांव निवासी समाजसेवी व पूर्व पत्रकार शैलेस तिवारी की हत्या कर सुर्खियों में आया था।इसके बाद लजीम पुलिस के साथ एक दर्जन से अधिक बार हुई मुठभेड़ में बच निकला था। लजीम ने कुरूमगढ़ थाना को उड़ाया था।इसके अलावा लजीम के इशारे पर ही पशु तस्करी व जंगलों से अवैध लकड़ी की कटाई भी होती थी।लजीम पर आरोप है कि दर्जनों बेगुनाह की हत्या कर दी थी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, लजीम अपने साथी रंथ, खुदी व अन्य दो लोगों के साथ टोंगो के जंगल के समीप गांव में छिपा हुआ था। तभी पुलिस नक्सलियों की तलाश करते पहुंच गयी। पुलिस को देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।जिसमें लजीम वहीं पास ढेर हो गया।वह लुंगी व शर्ट पहने हुए था।कमर में गमछा बंधा था।