गाड़ी से उतार कर शिवम को दोस्तों ने फॉल में धकेल दिया ये आरोप मृतक छात्र के पिता ने लगाया है

राँची।झारखण्ड के चतरा जिले के हंटरगंज निवासी शैलेंद्र मिश्रा अपने इकलौते बेटे शिवम की मौत के बाद सदमे में हैं।रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर फफकते हुए शैलेंद्र मिश्रा अपने बेटे के हत्यारे के लिए सजा की मांग कर रहे थे। उन्होंने स्थानीय बरियातू थाना में अपना बयान दर्ज कराया है।उन्होंने डिजिटल आईटी कंप्यूटर सेंटर, हरमू मुक्तिधाम के कोचिंग संस्थान की शिक्षिका प्रिया गुप्ता, छात्र मोहम्मद इरफान आलम, मीना मांझी, ममता हेंब्रम और निकिता कुमारी पर आरोप लगाया है कि सबने मिलकर उनके बेटे की हत्या कर दी है।इसमें इरफान की भूमिका अहम है।यहां बता दें कि शैलेंद्र मिश्रा वर्तमान में हरमू के साकेत नगर में रंजय कुमार ओझा के मकान में किराए पर रहते हैं।

गौरतलब है कि शनिवार को कोचिंग संस्थान के द्वारा सभी छात्रों को पिकनिक के लिए खूंटी के तपकरा प्रखंड स्थित पंडुपुडिंग फॉल ले जाया गया था। शैलेंद्र मिश्रा ने कहा कि उसका बेटा शिवम जाने से मना कर रहा था।बावजूद इसके कोचिंग की संचालिका प्रिया गुप्ता ने यह कहते हुए उसे साथ चलने का दबाव दिया कि यदि तुम नहीं जाओगे, तो कोचिंग के तीन-चार लोग भी पिकनिक पर नहीं जाएंगे। वहीं हरमू इलाके के इमली चौक के पास रहने वाला मोहम्मद इरफान आलम, मीना मांझी, ममता हेंब्रम और निकिता कुमारी ने भी शिवम को पिकनिक पर चलने का दबाव दिया।

शैलेंद्र मिश्रा ने कहा कि जब सभी लोग पिकनिक मनाकर गाड़ी में बैठ गए थे,उसके बाद मेरे बेटे शिवम को गाड़ी से उतारकर इरफान ने ही फॉल में धकेल दिया। फिर उसी ने हल्ला कर बताया कि शिवम गिर गया है। इसके बाद कोचिंग संस्थान की शिक्षिका प्रिया ने कहा कि इलाज के लिए तोरपा रेफरल अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां भर्ती नहीं होने के बाद रिम्स लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।शिवम को यहां लाने के बाद सभी लोग फरार हो गए।

वहीं,घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा खूंटी प्रभारी सत्यनारायण सिंह रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। वहीं डोरंडा कॉलेज के शिक्षक अवधेश ठाकुर, डॉ अटल पांडे और अभाविप के रोहित सिंह ने परिजनों को ढांढस दिया।स्थानीय बरियातू थाना ने आगे की कार्रवाई के लिए तपकरा थाना को सूचना दे दी गयी है।