Ranchi:नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला फर्जी जज गिरफ्तार

राँची।नौकरी लगाने के नाम पर कई लोगो से करीब पांच लाख की ठगी करने वाला फर्जी जज अतुल शर्मा को जगन्नाथपुर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। ठगी के मामले में जगन्नाथपुर थाने में उसके विरुद्ध लटमा हेहल निवासी रितेश सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसके बाद ही उसकी गिरफ्तारी हुई।

झांसे में लेकर करता था ठगी

अतुल शर्मा बहुत ही शातिर है। वह लोगो को झांसे में लेकर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार हटिया निवासी रितेश सिंह ने अपने मकान में शिव प्रसाद पांडेय को किराए पर घर दिया है। शिव प्रसाद अपनी पत्नी के साथ रहते है। कुछ दिन पहले ही शिव प्रसाद के यहां अतुल शर्मा उनके यहां रहने आया था। पूछताछ में शिव प्रसाद ने बताया था कि वे कुछ दिनों में चले जाएंगे। एक केस के दौरान शिव प्रसाद और अतुल शर्मा का परिचय हुआ था। अतुल शर्मा ने रितेश को बताया था कि वह हाईकोर्ट का जज है। उसने यह भी बताया था कि वह ज्योतिष विद्या भी जानता है। झांसे में लेने के अतुल शर्मा ने रितेश को कहा कि कोर्ट में कुछ वैकेंसी है जिसे वह डायरेक्ट करा सकता है। रितेश ने अतुल शर्मा पर विश्वास कर लिया। रितेश ने अपने तीन रिश्तेदार और दोस्तो का सर्टिफिकेट नौकरी के लिए अतुल शर्मा के पास जमा करा दिया। इसके साथ ही उसने एक लाख 90 हजार रुपए भी उसे दिए।

फर्जी अप्वाइमेंट लेटर डाक से भेजा, पता किया तो खा गए सभी धोखा

शातिर अतुल ने सभी को अप्वाइंटमेंट लेटर भी डाक के माध्यम से भेजा। जब सभी युवकों ने अपने अपने अप्वाइंटमेंट लेटर के बारे में पता किया तो जानकारी मिली की हाईकोर्ट में या किसी अन्य संस्था में इस तरह की वेकेंसी ही नहीं थी। अप्वाइमेंट लेटर फर्जी था। इसके बाद रितेश सिंह ने जगन्नाथपुर थाने में जाकर प्राथमिकी दर्ज कराई।

हाई कोर्ट का एपीपी बन शुरू किया ठगी

गिरफ्तार अतुल शर्मा राजस्थान के जयपुर का रहने वाला है। फिलहाल वह जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के लटमा में किराए के मकान पर रह रहा था। मकान मालिक से लेकर आसपास के रहने वाले सभी लोगों को उसने यह बताया था कि वह झारखण्ड हाई कोर्ट में एपीपी के पद पर है और जल्द ही सिविल कोर्ट में जज बनने वाला है।उसका चयन हो चुका है वह कोर्ट नंबर 7 में ज्वाइन करेगा। मोहल्ले में अपनी धाक जमाने के लिए अतुल शर्मा कोर्ट के ड्रेस में ही रहता था।इस दौरान उसने मोहल्ले में रहने वाले कई बेरोजगार युवकों को या झांसा दिया कि वह हाई कोर्ट में नौकरी लगवा सकता है।हाई कोर्ट में क्लर्क के कई पोस्ट खाली हैं, अगर उन्हें नौकरी चाहिए तो इसके लिए पैसे देने होंगे।अतुल के झांसे में आकर कई युवकों ने उसे नौकरी के लिए पैसे भी दे दिए. किसी ने एक लाख तो किसी ने 50 हजार तो किसी ने 25 हजार रुपये क्लर्क की नौकरी के लिए अतुल को दे दिए. यहां तक कि अतुल ने अपने मकान मालिक से भी नौकरी देने के नाम पर 50 हजार ठग लिए थे। लोगों को अपने पर भरोसा जताने के लिए अतुल ठगी के शिकार युवकों को कोर्ट भी ले जाता था। कोर्ट में वह खुद कोर्ट ड्रेस पहन अंदर चला जाता था और कुछ देर घूम कर वापस आ जाता था।

जज बनने की बात बता बटवाई थी मिठाई

गिरफ्तार ठग अतुल इतना शातिर था कि उसने मोहल्ले में यह बात फैला दी कि वह एपीपी से जज बन गया है, इस बाबत उसने मोहल्ले में मिठाई भी बटवा दी, मोहल्ले के कई लोग उसे बधाई देने के लिए गुलदस्ता लेकर भी पहुंचे थे.

चाईबासा में करता था तांत्रिक का काम

पूछताछ में गिरफ्तार अतुल ने यह भी बताया है कि वह पहले भी चार बार जेल जा चुका है। चाईबासा में रहते हुए वह तंत्र मंत्र के नाम पर लोगों से ठगी करता था।इस मामले में वह पकड़ा गया था, जेल से निकलने के बाद वह जमशेदपुर में रहने लगा. वहां भी वह नौकरी और तंत्र मंत्र के नाम पर ठगी करने लगा, जिसके बाद पुलिस ने उसे वहां से भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।