Jharkhand:धनबाद में रेलवे के सिगनल एंड टेलीकॉम विभाग के केबल स्टॉक में आग,लाखों का नुकसान,डीआरएम ने दिए जाँच का आदेश

धनबाद।धनबाद में हिल कॉलोनी स्थित रेल एसपी आवास से सटे हिस्से में भीषण आग लग गई ।आग लगने से अफरा तफरी मच गई।यह आग रेलवे के सिगनल एंड टेलीकॉम विभाग के केबल स्टॉक में लगी है।दोपहर 12.15 बजे लगी इस आग पर काबू पाने के लिए आधा दर्जन ज्यादा दमकल गाड़ी बुलाया गया।घण्टों मश्क्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका है।आग की लपटें इतनी तेज थी क‍ि रेल एसपी के आवास में लपटें पहुंच चुकी। रेलवे के सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। डीआरएम आशीष बंसल ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

दमकल की आधा दर्जन गाड़‍ियां इस आग को बुझाने में मशक्‍कत करनी पड़ी उसके बाद सफल हो पाया है।हिल कॉलोनी में रखा गया था पूरे डिवीजन का था केबल स्टॉक।बताया गया कि धनबाद रेल मंडल में सिगनल एंड टेलीकॉम विभाग की ओर से सिग्नल अपग्रेडेशन के काम चल रहा है। इसे लेकर ही करोड़ों के मूल्य का केबल मंगाया गया था और हिल कॉलोनी में एसपी आवास के ठीक बगल में उन्हें स्टॉक किया गया था। उसी स्टॉक में आग लगी है।

आसपास के मोहल्ले को खाली कराया गया:
आग बुझने फायर डिस्टिंग्विशर के साथ फायर बॉल का भी इस्तेमाल किया गया।आग की लपटें इतनी तेज कि पूरे रेलवे कॉलोनी में आग का धुआं भर गया । आग की लपटों को देखते हुए पूरे मोहल्ले को खाली करा लिया गया था। एसपी की नियुक्ति नहीं होने से एसपी आवास पहले से ही खाली था। फिलहाल वहां कोई नहीं रह रहा था।

आग देखने के लिए लगी भीड़, पुलिस को भांजनी पड़ी लाठियां:

आग को देखने के ल‍िए वहां आस-पास लोगों की भीड़ भी बढ़ती गई।जिसके बाद भीड़ नियंत्रण के लिए रेल पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी। डीआरएम आशीष बंसल समेत तमाम आला अधिकारी पहुँचे।रेल पुलिस के दोनों डीएसपी भी मौके पर मौजूद हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए डीएसपी मोजूद थे।इससे क‍िसी व्‍यक्‍ति के हताहता होने की अभी तक कोई खबर नहीं है। ले

इस आग से रेलवे को लाखो रुपए नकुसान का अंदाजा लगाया जा रहा है। हालांकि अभी कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहे हैं। इन दिनों पूरा हिल कॉलोनी ही केबल का गोदाम बना हुआ है। ना सिर्फ एसआरपी आवास के चारों तरफ बल्कि मजार के पास बन रहे मंदिर होते हुए पत्थर कोठी तक का पूरा इलाका सड़क के दोनों तरफ केबल का ढेर पड़ा हुआ है। तार को जेसीबी की मदद से बचाने की कोशिस भी किया गया है।