डीजीपी ने ट्वीट कर कहा: आपराधिक तत्वों के विचलित व बदनाम करने की कोशिश के बीच चुनौतियों का सामना करने को हैं तैयार

राँची। जैसा कि आपको पता है कि इस डिजिटल युग मे लोग विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी विचार लोगों के बीच रखते हैं, या कहें कि व्यक्त करते हैं। अभी अगर झारखण्ड के परिपेक्ष्य में देखा जाय तो राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से लेकर पुलिस प्रशासन के साथ साथ राज्य के सभी डीसी भी फिलहाल सोशल मीडिया में काफी सक्रिय हो गए हैं। ट्विटर के माध्यम से बहुत से लोग प्रशासन के साथ सीधा संवाद स्थापित कर पा रहे हैं। यहाँ झारखण्ड में ट्विटर के माध्यम से मिली सूचना पर प्रशासन द्वारा मामलों में जल्द संज्ञान भी लिया जा रहा है। झारखण्ड राज्य के पुलिस महानिदेशक यानी कि डीजीपी एमवी राव ने भी अपना एक विचार/बयान ट्विटर के माध्यम से लोगों के बीच शेयर किया है। श्री राव ने ट्विटर पर लिखा है कि कुछ आपराधिक तत्वों के द्वारा विचलित और बदनाम करने की कोशिश के बावजूद हम चुनौतियों का सामना करने तैयार हैं.

डीजीपी श्री राव ने कहा की कोरोना संक्रमण से लोगों की रक्षा करना झारखंड पुलिस के अपने कर्तव्य का एक लंबा पड़ाव है. हम कुछ आपराधिक तत्वों के विचलित करने और बदनाम करने की कोशिशों के बावजूद चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं. सभी से अपील है कि आप बेहतर सेवा करने में हमारी मदद करें. सच्चाई सामने आ जायेगा.

राज्य के पुलिस महानिदेशक का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब उनपर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता की भाषा बोलने की आरोप लगाया गया है। पूर्व मंत्री और भाजपा के विधायक सीपी सिंह और रांची की महापौर आशा लकड़ा ने डीजीपी पर आरोप लगाये हैं. इनका आरोप है कि डीजीपी पर दबाव है, वह सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता की भाषा बोल रहे हैं। पूरा मामला हिन्दपीढ़ी मुहल्ले में नगर निगम के सफाईकर्मियों पर कथित रुप से थूकने के आरोप का है. ज्ञात हो कि जांच के बाद रांची जिला की पुलिस ने मामले को असत्य करार दिया है.