धनबाद स्टेशन में आरपीएफ व जांच दल को डांट फटकार कर बिना कोरोना जांच के 6 मजदूरों को जबरन ले गए कांग्रेस विधायक

राँची। एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना संक्रमण के चैन को तोड़ने में लगा हुआ है वहीं राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी द्वारा सभी नियमों को ताक पर रखते हुए धनबाद स्टेशन में छह प्रवासी मजदूरों को बिना कोरोना जांच कराये ही आरपीएफ के जवानों एवं जांच दल को फटकार लगाते हुए जबरन छुड़ा कर ले गए। अब इसे दादागिरी न कहा जाय तो क्या कहेंगे।

इस प्रकार की घटिया हरकत को देखते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित कुमार ने कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस मामले में विशेष रूप से संज्ञान में लेते हुए विधायक इरफान अंसारी पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने का आग्रह किया है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ हेमंत सोरेन की सरकार रेलवे स्टेशनों बस अड्डों सहित अनेक जगहों पर कोरोना की जांच करा रही है ताकि संक्रमितों की पहचान हो तो अविलंब उसे कोरेन्टीन किया जा सके वहीं सरकार के सत्ताधारी घटक दल कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी रेल प्रशासन और जांच दल को ठेंगा दिखाकर प्रवासी मजदूरों को बिना जांच कराए जबरन छुड़ा कर ले जाते हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि या तो राज्य सरकार बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर संवेदनशील नहीं है या फिर सत्ताधारी घटक दल कांग्रेस राज्य सरकार के द्वारा लगाए गए नियम-कानूनों को तवज्जो नहीं देती है। झारखंड कांग्रेस का यह कोई नया कारनामा नहीं है इससे पूर्व में भी जब पिछली बार देश ओर राज्य में लॉकडाउन लगा था उस समय भी प्रवासी मजदूर जब झारखंड लौट रहे थे तो राज्य की हेमंत सरकार के ही मंत्री और सत्ताधारी घटक दल कांग्रेस के विधायक आलमगीर आलम ने बसों में ठूँस-ठूँसकर बिना कोरोना जांच कराए दूसरे राज्यों से वापस आए प्रवासी मजदूरों को संथाल परगना के विभिन्न जिलों में भेजा था।

श्री अमित कुमार ने राज्य सरकार से मांग किया है कि धनबाद रेलवे स्टेशन पर लौटे प्रवासी मजदूरों का कोरोना जांच कर रहा रेल प्रशासन और जांच दल को फटकार लगाते हुए प्रवासी मजदूरों को बिना जांच कराए जबरन छुड़ा कर ले गए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करें।