Jharkhand:राँची के सीसीएल गांधीनगर हॉस्पिटल में मरीज की मौत,गुस्साएं परिजनों का हंगामा,महिला डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट

राँची।राजधानी राँची में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने वालों की संख्या काफी बढ़ता ही जा रहा है।दिनों व दिन संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।वहीं इलाज का अभाव भी देखा जा रहा है।वहीं मौत से मरीज के परिजन काफी नाराज हैं। मरीज के परिजन डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आराेप लगाकर हाथापाई तक कर रहे हैं।ऐसा ही एक नजारा राजधानी राँची के सीसीएल स्थित गांधीनगर हॉस्पिटल में मंगलवार को देखने काे मिला।कोरोना संक्रमण के कारण मरीज की मौत के बाद परिजन और साथ आये लोगों ने करीब आधे घंटे तक हॉस्पिटल परिसर में हंगामा किया।इस दौरान महिला डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट भी किया।

घटना के संबंध में बताया गया कि CMPDI के एक कर्मी अरुण कुमार को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।तबीयत खराब होने पर मरीज के परिजनों ने उन्हें CCL गांधीनगर हॉस्पिटल लेकर आये. यहां आते ही डॉक्टर्स ने तत्काल ऑक्सीजन सपोर्ट दिया,लेकिन अरुण कुमार की स्थिति बिगड़ती चली गयी और मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे उनकी मौत हो गयी।इधर, मरीज अरुण कुमार की मौत की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन और साथ आये लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इस दौरान ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक डॉ संगीता मुंडले के साथ मारपीट भी की गयी, वहीं कई स्वास्थ्य कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी की गयी. इस दौरान हॉस्पिटल परिसर में तोड़फोड़ भी की गयी. इस मामले की जानकारी मिलते ही गोंदा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया।

इस घटना के बाद से चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी भी खासे नाराज हैं. इनका कहना है कि इस विकट परिस्थिति में भी हम सभी मरीज की उचित देखभाल करने में जुटे हैं. इसके बावजूद मरीज के परिजन अपना आपा खो कर मारपीट पर उतारू हो रहे हैं।नाराज चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से हस्तक्षेप कर सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं।इस संबंध में चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों का साफ कहना है कि जब तक उन्हें पूरी सुरक्षा नहीं मिलती, वो काम करने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने हॉस्पिटल परिसर में CISF की तैनाती की मांग की है, ताकि वर्तमान स्थिति में कोरोना वायरस संक्रमितों का सही तरीके से इलाज करने में कोई परेशानी ना हो।