शर्मनाक: पहले गढ़वा के मझिआंव में अब कांडी के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की नौवीं कक्षा की छात्रा हुई गर्भवती! जांच जारी।

गढ़वा. जिले के एक बालिका अावासीय स्कूल में नाैवीं की छात्रा के गर्भवती होने का मामला सामने आया है। नाबालिग छात्रा के साथ यह कुकृत्य किसने किया, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है। मामला जब वरीय शिक्षा अधिकारियों तकपहुंचा तो वे छानबीन के लिए स्कूल पहुंचे, लेकिन वहां स्कूल प्रबंधन का कोई भी पदाधिकारी नहीं मिला। वार्डन और अकाउंटेंट फरार हैं।

जानकारी के अनुसार, नाबालिग छात्रा को उल्टी करते देख वार्डन को शक हुआ। पूछताछ करने पर छात्रा ने बताया कि उसकी तबीयत खराब है। इसलिए उसे उल्टी हो रही है। बाद में जब प्रेग्नेेंसी किट से जांच की गई तो छात्रा के गर्भवतीहोने की पुष्टि हो गई। शिक्षा अधिकारी अपने स्तर से इस बात का अनुसंधान कर रहे हैं कि तमाम सुरक्षा के बावजूद लड़कियों के हॉस्टल में बाहर का कोई आदमी अंदर कैसे घुसा? कहीं ये आवासीय परिसर के ही किसी व्यक्ति का कुकृत्यतो नहीं है।

24 जनवरी को ही विभागीय अधिकारियों को दे दी गई थी सूचना

सूत्रों के मुताबिक, छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी के बाद वार्डन ने तत्काल नाबालिग के माता-पिता को बुलाकर मामले की जानकारी दी। पूछताछ के बाद उनसे एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कराया गया जिसमें बालिका ने उसके गांव के एक लड़के से अवैध संबंध होने की बात कही है। इस मामले के लिखित जानकारी वार्डन ने जिला के विभागीय अधिकारियों को 24 जनवरी को ही उपलब्ध करा दिया है।

वार्डन बोली-जरूरी काम से छुट्‌टी पर हूं

एक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उन्होंने वार्डन को फोन कर स्कूल से गैर हाजिर होने के संबंध में पूछताछ की। वार्डन ने उन्हें बताया कि जरूरी काम से उन्हें अचानक छुट्‌टी लेनी पड़ी। किससे छुट्‌टी ली, पूछने पर उसने शिक्षा कर्मचारी को अवकाश से संबंधित आवेदन देने की बात कही।

अभिभावक के बयान पर दोषी के खिलाफ दर्ज की जाएगी प्राथमिकी: डीसी

गढ़वा उपायुक्त हर्ष मंगला ने कहा कि कांडी कस्तूरबा विद्यालय के मामला सामने आने पर 29 जनवरी को गढ़वा के बीईईओ को स्कूल निरीक्षण करने, संबंधित छात्रा तथा अभिभावक से पूछताछ करने का निर्देश दिया गया है। मौखिक रूप से जानकारी दे दी गई है। साथ ही जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को संबंधित छात्रा के अभिभावक का संपर्क नंबर सीडब्ल्यूसी के पदाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। ताकि बालिका या अभिभावक का बयान दर्ज कराया जा सके। उपायुक्त ने कहा कि छात्रा के अभिभावक के बयान पर इस मामले में दोषी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे दो मामले

गढ़वा में पहले भी नाबालिग छात्राओं के मां बनने के मामले आ चुके हैं। दोनों मामले दिसंबर में सामने आए थे। पहला मामला मझिआंव थाना क्षेत्र स्थित सरकारी आवासीय बालिका विद्यालय का था जहां आठवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा ने 27 जून को एक बच्चे को जन्म दिया था। वहीं 27 दिसंबर को गढ़वा के भवनाथपुर प्रखंड के एक सरकारी उच्च विद्यालय में अध्ययनरत नौवीं की नाबालिग आदिम जनजाति परिवार की छात्रा के मां बनने की खबर सामने आई थी। नाबालिग छात्रा ने 27 दिसंबर की रात एक बच्ची को जन्म दिया था। दोनों ही मामलों में अस्पताल व विद्यालय प्रबंध के खिलाफ पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।