Coronavirus:2021की शुरुआत तक देश के लोगों को कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी,स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा-हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत तक भारत में वैक्सीन उपलब्ध होगी।

नई दिल्ली।देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि कब तक कोरोना वैक्सीन के आने की संभावना है। हर्षवर्धन ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अगले साल 2021 की शुरुआत तक देश के लोगों को कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी।

डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा, ‘भारत अन्य देशों की तरह कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में एक एक्सपर्ट ग्रुप इसकी देखरेख कर रहा है और हमारे पास एडवांस प्लानिंग है। हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत तक भारत में वैक्सीन उपलब्ध होगी।’

उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस से होने वाली मौत की दर फिलहाल, दुनिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे कम (1.64) फीसदी है और सरकार का लक्ष्य इस मृत्यु दर को घटा कर एक फीसदी से भी कम करने का है। कोरोना वायरस महामारी पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा कि भारत में कोविड मरीजों के स्वस्थ होने की दर 78 से 79 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 से स्वस्थ होने की उच्च दर वाले गिने-चुने देशों में शामिल है।

हर्षवर्धन ने कहा कि भले ही कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या भले अधिक हो लेकिन अस्पतालों में इलाज करा रहे कोविड मरीजों की संख्या 20 फीसदी से कम है।उन्होंने कहा कि भारत में कोविड महामारी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या यूरोप के कई देशों की तुलना में कम है। मंत्री ने कहा कि सरकार भारत में अमेरिका की तुलना में अधिक कोविड जांच करने पर विचार कर रही है।

इससे पहले, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने लोगों को आश्वासन दिया था किया सरकार वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में पूरी तरह से सावधानी बरत रही है। उन्होंने कहा था, ‘वैक्सीन सुरक्षा, लागत, इक्विटी, कोल्ड-चेन आवश्यकताएं, उत्पादन, समय सीमा आदि जैसे मुद्दों पर भी गहनता से चर्चा की जा रही है।’ कोरोना वैक्सीन के एक बार तैयार होने के बाद, इसे उन लोगों के लिए सबसे पहले उपलब्ध कराया जाएगा जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।

देश में तीन कोरोना वैक्सीन पर चल रहा काम

देश में तीन कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने बताया था कि भारत में तीन वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है और इसमें से एक को जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो जाएगा। कैडिला हेल्थकेयर और भारत बोयोटेक की तरफ से तैयार की जा रही कोविड-19 वैक्सीन ने ट्रायल का पहला फेज पूरा कर लिया है। वहीं, पुणे की दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से 14 जगहों पर फेज-3 के दौरान 1500 वालेंटियर्स पर दवा का ट्रायल किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि बीते कुछ महीने से राज्य और केंद्र की सरकार कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा देश मिलकर कोरोना की लड़ाई को लड़ रहा है।7 जनवरी को WHO ने सूचना दी मिली थी कि चीन में कोरोना का केस मिला है।
टेस्टिंग में हम जल्द ही अमेरिका को पछाड़ देंगे- डॉ हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में बताया कि जुलाई-अगस्त में भारत में 300 मिलियन कोरोना मामले और 5-6 मिलियन मौतों की बात कही गई थी।135 करोड़ के इस देश में हम रोजाना 11 लाख टेस्ट कर रहे हैं। हमसे ज्यादा कुल 5 करोड़ टेस्ट अभी तक अमेरिका ने किए हैं। हम जल्द ही अमेरिका को टेस्टिंग के मामले में पीछे छोड़ देंगे।

राज्यसभा से दिलाया देश को भरोसा

डॉ हर्षवर्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना मामले में सरकार ने बिल्कुल भी देर नहीं की। उन्होंने कहा कि 7 तारीख को WHO ने कोरोना वायरस का जिक्र किया और हमने 8 जनवरी से बैठकें शुरू कर दी. इतिहास इस बात को लेकर पीएम मोदी को याद करेगा कि कैसे लगातार 8 महीने तक उन्होंने कोरोना को लेकर हर एक्शन पर नजर रखी। उन्होंने सबकी सलाह ली।

मृत्युदर सबसे कम भारत में

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा था कि कोरोना महामारी के प्रकोप से निपटने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं जिसके कारण संक्रमण से मृत्यु दर अन्य देशों की तुलना में बहुत कम हैं। डॉ हर्षवर्धन ने सदन में ‘कोविड महामारी और सरकार के कदम’ पर एक वक्तव्य देते हुए कहा कि सरकार इस महामारी का रणनीतिक तरीके से मुकाबला कर रही है और अभी तक सफल रही है। सरकार को कोविड-19 के नये मामले और इससे होने वाली मौतों पर रोक लगाने में सफलता मिली है।

2021 की शुरुआत तक वैक्सीन की उम्मीद

राज्यसभा में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि भारत अन्य देशों की तरह ही प्रयास कर रहा है। पीएम के मार्गदर्शन में एक विशेषज्ञों का एक समूह इसे देख रहा है और हमारे पास आगे के लिए बेहतर योजनाएं हैं। हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत में भारत में वैक्सीन उपलब्ध होगा।

हम इस महामारी को रोकने में सफर रहे हैं- डॉ हर्षवर्धन

स्वास्थ्य मंत्री ने सदन को कोरोना संक्रमण के मामलों में देश की स्थिति और इससे लड़ने के लिए सरकार की रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि देश महामारी से मरने वालों की संख्या कम है और इसके प्रसार को रोकने के लिए उठाए गये कदम सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश में 13 राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं लेकिन दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यहां स्थिति ज्यादा बेहतर है। कोरोना के कारण ज्यादातर मामले और मौतें महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, केरल,पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा और गुजरात से हैं।सरकार के प्रयास से कोरोना संक्रमण पर रोक लगी है। कोरोना संक्रमितों के मामले भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है।