उपचुनाव झारखण्ड: कोरोना पर भारी पड़ा मतदाताओं का उत्साह, दुमका और बेरमो में हुई बम्पर वोटिंग

राँची। झारखण्ड की प्रतिष्ठित दुमका और बेरमो विधानसभा उप चुनाव में मतदाताओं का उत्साह कोरोना महामारी पर भारी पड़ा। मतदान समाप्ति के साथ ही चुनाव आयोग द्वारा दिए गए अनुमानित आंकड़े के अनुसार दुमका में 65.27 और बेरमो में 60.20 फीसदी मतदान हुआ है। अंतिम आंकड़े आने पर मतदान के इस प्रतिशत में एक से दो फीसदी की बढ़ोत्तरी सुनिश्चित बताई जा रही है।इस तरह 2019 के विधानसभा चुनाव से इन दोनों ही क्षेत्रों में मतदान के प्रतिशत में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। मालूम हो कि 2019 के विधानसभा चुनाव में, दुमका में 66.89 और बेरमो में 61.13 फीसदी मतदान हुआ था।

मतदान में वृद्धि को सत्ता के विरुद्ध?

उपचुनाव के मतदान की समाप्ति के बाद झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्‌टाचार्य ने दोनों ही क्षेत्रों में भारी जीत का दावा किया है। वहीं, भाजपा ने भी अपनी जीत सुनिश्चित बताई है। लेकिन समीक्षकों का कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोना के काल में इस हद तक मतदान का होना कहीं न कहीं नया संकेत दे रहा है। क्योंकि,मतदान में वृद्धि को अक्सर सत्ता के विरुद्ध माना जाता रहा है। यहां मालूम हो कि दुमका में झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन का भाजपा की लुईस मरांडी और बेरमो में कांग्रेस प्रत्याशी अनूप सिंह का भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल से सीधा मुकाबला है। इस चुनाव में कहीं भी तीसरा कोण बनाने में कोई भी प्रत्याशी सफल नहीं रहा।

उपचुनाव में चार मुख्यमंत्रीयों ने झोंके ताकत

दुमका में चार वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। दुमका झामुमो सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का कर्म क्षेत्र रहा है तो वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का निर्वाचन क्षेत्र भी। 2019 के चुनाव में बरहेट के अलावा हेमंत यहां से भी चुनाव जीते थे। उन्होंने इस चुनाव को कितना गंभीरता से लिया है, इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि लगातार सात दिनों तक वह एक छोटे से विधानसभा क्षेत्र में लगातार कैंप करते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने तो अपनी पूरी ताकत ही दुमका में ही झोंक दी थी। भाजपा में उनकी वापसी के बाद यह पहला चुनाव है। दुमका में भाजपा की जीत-हार से मरांडी का राजनीतिक करियर प्रभावित होगा। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी चुनाव परिणाम से प्रभावित होंगे।

उपचुनाव की मतगणना 10 नवंबर को

झारखण्ड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के त्यागपत्र के बाद खाली हुई दुमका विधानसभा सीट और कांग्रेस के दिग्गज नेता और विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से खाली हुई बेरमो विधानसभा सीट पर मंगलवार को उपचुनाव संपन्न हुआ। मतगणना 10 नवंबर को होगी। इसी दिन बिहार चुनाव समेत सभी उपचुनावों के भी रिजल्ट आएंगे।