ईडी के शिकंजे में फर्जी कागजात पर जमीन खरीद-बिक्री करने वाला कारोबारी:सेना की सिरमटोली और पुगडू जमीन मामले में ईडी ने पकड़ा फर्जीवाड़ा,रिमांड में होगी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ….

राँची।झारखण्ड और बंगाल के चर्चित कारोबारी विष्णु अग्रवाल को आज ईडी विशेष अदालत में पेश करेगी।सोमवार की देर रात जमीन घोटाले में ईडी ने विष्णु अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। विशेष अदालत में पेश करने के बाद एजेंसी उनको रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।राँची में जमीन घोटाले की जांच में झारखण्ड-बंगाल के चर्चित कारोबारी विष्णु अग्रवाल की मुसीबत और बढ़ेगी।जमीन घोटाले में ईडी ने विष्णु अग्रवाल की गिरफ्तारी के पूर्व सीओ स्तर के कई अधिकारियों, जमीन की डील से जुड़े दर्जनों लोगों का बयान बीते दस दिनों में दर्ज किया है। ईडी ने जुलाई माह में जांच के दौरान जो तथ्य हासिल किए हैं, उसमें सेना की सिरमटोली स्थित जमीन से लेकर पुगडू में जमीन की डील में फर्जीवाड़ा सामने आया है।ईडी जांच में इस तथ्य तक पहुंची है कि विष्णु अग्रवाल को चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन दिलाने के लिए ही फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया गया था।इसके बाद इस जमीन की रजिस्ट्री विष्णु अग्रवाल ने प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव से एक अप्रैल 2021 को ली थी।इस जमीन में प्रेम प्रकाश को डेढ़ करोड़ रुपये मिले थे, यह पैसे पुनीत भार्गव के द्वारा प्रेम प्रकाश को दिए गए थे।

वहीं सिरमटोली स्थित सेना की जमीन की खरीद बिक्री से जुड़े केस में टाउन सीओ से ईडी ने जमीन की रजिस्ट्री व उससे जुड़े कागजात हासिल किए, साथ ही सीओ का बयान भी पीएमएलए 50 के तहत ईडी ने दर्ज किया था।ईडी ने सिरमटोली में सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद के केस में कारोबारी विष्णु अग्रवाल को 21 जून को समन किया था। उनसे ईडी ने लंबी पूछताछ भी की थी।

दरअसल,राँची शहर के बीचोबीच सिरमटोली में फरवरी 2018 में सेना की कब्जे वाली 3.75 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री विष्णु अग्रवाल ने करायी थी।विष्णु अग्रवाल ने यह जमीन महुआ मित्रा और संजय कुमार घोष से खरीदी थी। डीड के अनुसार विष्णु अग्रवाल ने इस जमीन की खरीद के लिए 24.37 करोड़ रुपये का भुगतान किया। यह जमीन सेना के कब्जे में थी, बाद में विष्णु अग्रवाल ने जमीन पर अपनी दावेदारी की। ईडी ने इस मामले में भी पूर्व में राँची में पोस्टेड रहे सब रजिस्ट्रार व भू-राजस्व से जुड़े अधिकारियों से पूछताछ की थी। वहीं सेना मुख्यालय से भी ईडी ने पत्राचार किया था।

उधर नामकुम के पुगडू मौजा में 9.30 एकड़ खासमहल जमीन की रजिस्ट्री विष्णु अग्रवाल और आदर्श हाइट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर की गई थी। रजिस्ट्री के बाद जब मामले की जांच हुई तब तत्कालीन डीसी छवि रंजन ने रजिस्ट्री को गलत पाया। लेकिन उन्होंने टाइटल सूट का मामला मानते हुए जमीन की अवैध रजिस्ट्री को रद्द नहीं किया। ईडी ने इस मामले में आशीष कुमार गांगुली समेत 17 लोगों को समन कर पूछताछ की थी।आशीष ने 9 अगस्त 2019 को विष्णु अग्रवाल को यह जमीन बेची थी, जबकि आशीष कुमार गांगुली ने 2013 में उसी जमीन के लीज रिन्युअल के लिए तत्कालीन डीसी को आवेदन दिया था।इससे पूर्व इस जमीन की लीज 31 मार्च 2014 तक रामचंद्र मुखर्जी के नाम पर स्वीकृत है।गांगुली को यह पता था कि यह जमीन खासमहल की है, बावजूद उसने इस जमीन को विष्णु अग्रवाल को बेचा।

इधर जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद ही उन्हें सोमवार की रात 10:30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया।अब ईडी विष्णु अग्रवाल को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी ताकि जमीन घोटाले की परत दर परत खोली जा सके।जमीन घोटाला मामले में ही जेल में बंद प्रेम प्रकाश को भी ईडी रिमांड पर लेने वाली है ताकि उससे भी पूछताछ की जा सके।जरूरत पड़ी तो प्रेम प्रकाश और विष्णु अग्रवाल को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी।