रुपये दोगुना करने वाला बाबा,47 लाख रुपये लेकर फरार,20 हजार का 40 हजार और 31 हजार का 62 हजार देकर झांसा दिया….

जमशेदपुर।झारखण्ड के सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत नीमडीह में एक ढोंगी बाबा ने लाखों की ठगी कर फरार हो जाने का मामला सामने आया है।बताया जाता है कि पूजा-पाठ कर नोट डबल करने का झांसा देकर 47 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। ठगी उदय कुमार उर्फ बाबा और उसके सहयोगी नैना कौशल और सागर सिंह ने किया है।इस संबंध में सोनारी-ए 20 बी ब्लॉक निवासी रामायण दास की पत्नी संयुक्ता दास ने सोनारी थाना में लिखित शिकायत की है।

बताया जा रहा है कि शिकायत में कहा है कि उसका भाई गंगाधर क्षत्रिय ओडिशा के सोनपुर के बिनकार के सोलाटी का रहने वाला है।उसकी पड़ोसी नैना ने उसे बताया कि बाबा उदय कुमार सरायकेला-खरसावां जिला के रघुनाथपुर (नीमडीह) में रहते हैं और वह पूजा और तंत्र-मंत्र कर पैसा दोगुना कर देते हैं।नैना ने उसे विश्वास दिलाया कि वह पैसा लगाये।नैना बाबा एवं उनके सहयोगी सागर सिंह से पैसा दोगुना करवाकर लौटा देगी।उसकी बात में आकर गत नौ अप्रैल, 2022 को गंगाधर ने 20 हजार रुपये नैना कौशल को दे दिये। नैना, गंगाधर को बाबा के पास रघुनाथपुर ले गयी, जहां बाबा एवं उसके सहयोगी सागर सिंह ने पैसा लेकर पूजा एवं कुछ तंत्र-मंत्र कर घर के अंदर से नकद 40,000 रुपये लाकर दे दिया। नैना कौशल, बाबा एवं सागर सिंह ने आश्वासन दिया कि और पैसे लाओ। वे दोगुना करके दे देंगे।

बताया कि इसके बाद गंगाधर ओडिशा अपने गांव चला गया तथा अपने दोस्तों आकाश मोहला एवं राधे साहू को लेकर आया।तब उसके भाई और दोस्तों ने 31,000 रुपये (आकाश मोहला) दे दिये। नैना कौशल सबको बाबा के पास लेकर गयी, इस बार बाबा ने तंत्र-मंत्र दिखा कर 62,000 रुपये लौटा दिये। नैना कौशल, बाबा एवं सागर सिंह ने इस तरह उसे विश्वास में ले लिया एवं आगे भी आश्वासन दिया कि वे जितना पैसे लायेंगे, उसका वे दोगुना करके देंगे।

पांच दिन बाद घर छोड़ गयी नैना

आगे बताया कि इसके बाद वे अपने पड़ोसी नैना कौशल के घर गये, तो उसके घर में ताला बंद था।पता चला कि दो दिन पहले वह घर छोड़कर चली गयी है। जब नैना कौशल के फोन नंबर पर कॉल किया गया, तो उसने बताया कि पूजा ढंग से नहीं होगी, इसीलिए रुपये कागज बन गये। वह इसमें कुछ नहीं कर सकती। यह कह कर उसने फोन बंद कर दिया।

47 लाख के बदले थमायी पोटली, कहा-एक सप्ताह पूजा के बाद खोलना

डेढ़ महीने के बाद गंगाधर क्षत्रिय के साथ दोस्त आकाश मोहला, राधे साहू एवं अन्य दोस्त आलोक, प्रदीप नाग, कुदारतो पुरोहित, जीतू साह उसके घर आये।इस बार नैना कौशल की बातों में आकर उसने छह लाख रुपये, गंगाधर क्षत्रिय ने पांच लाख रुपये, कुदारतो पुरोहित ने छह लाख रुपये, प्रदीप नाग ने पांच लाख रुपये, आकाश ने छह लाख रुपये, राधे साहू ने सात लाख रुपये, आलोक साहू ने सात लाख रुपये, जीतू साहू ने पांच लाख रुपये कुल मिलाकर 47 लाख रुपये उसे दिये। नैना कौशल इस बार भी रघुनाथपुर बाबा के पास उन्हें ले गयी।जहां सागर सिंह एवं बाबा ने कुल 47 लाख रुपये उन लोगों से लिया। बाबा पूजा एवं तंत्र-मंत्र कर घर के अंदर से दो पोटली में कुछ रुपये लेकर आये और बताया कि 94 लाख रुपये इस पोटली में हैं। यह पोटली उन लोगों को दी। साथ ही हिदायत दी कि दोनों पोटली को एक सप्ताह के बाद ही खोलें, तीनों की बातों पर विश्वास कर वे सोनारी लौट आये।गंगाधर क्षत्रिय, उसके दोस्त एक सप्ताह तक दोनों पोटली की पूजा करते रहे। सभी की उपस्थिति में उन लोगों ने दोनों पोटली को खोलकर देखा।लेकिन पोटली में रुपये के बदले कागज का बंडल मिला।