नदी में नहाने के दौरान युवक को सांप ने डसा:युवक की मौत के बाद भी आठ घंटे तो ओझा के चक्कर में पड़े परिजन….

गुमला।झारखण्ड के गुमला के सदर थाना क्षेत्र के खरका गांव में 18 वर्षीय युवक मनोज उरांव को नदी में नहाने के दौरान सांप काटने से मौत हो गई। बेहोशी की हालत में माँ बेटे को लेकर अस्पताल पहुंची लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। परिजन शव को बगैर पोस्टमॉर्टम कराए अपने साथ गांव ले गए। गांव के ओझा द्वारा युवक को जीवित किये जाने का दिलासा दिया और उसे जिंदा करने का घंटों प्रयास करता रहा।

करीब आठ घंटे तंक ओझा युवक के सांस चलने उसके जीवित होने का परिजनों को दिलासा देता रहा। परिजन भी उस दिलासे में फंसे रहे। इस दौरान बसिया प्रखंड के लोंगा गांव से भी दो अन्य भगत को बुलाया गया। फिर तीन भगत मिलकर देर रात तक युवक को जीवित करने में लगे रहे।

सोमवार को लगभग 11 बजे गांव के ही नदी में युवक अपने दोस्तों के साथ नहाने के लिए गया था। जहां वह नहाने के दौरान अचानक बेहोश हो गया। दोस्तो ने उसे बेहोशी की हालत में नदी में गिरा हुआ पाकर उसके परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही माँ सुमति देवी भागकर नदी के पास पहुँची।

अस्पताल में चिकित्सक डॉ प्रेम चंद्र भगत ने उसे मृत घोषित कर दिया। साथ ही बताया कि युवक को सर्प दंश हुआ था। जिसके कारण उसके शरीर मे जहर फैल चुका था। शरीर पिला पड़ गया था। डॉक्टर द्वारा युवक को मृत घोषित किये जाने के बाद उसकी माँ सुमति देवी और गांव के लोगों ने चिकित्सीय व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर अंधविश्वासी पर भरोसा करते हुए शव को अस्पताल से लेकर भाग निकले।

शव को घर लेकर पहुँचने के बाद ओझा द्वारा झाड़फूंक करवाने लगे। ओझा भी युवक का सांस चलने की बात कहकर झांसे में ले लिया। फिर देर रात तक परिवार को अंधविश्वास में फँसाये रखा। बताया जाता है कि मृत युवक के पिता रंका उरांव बैगलोर में रहकर मजदूरी का काम करते है। मृत मनोज गांव के ही सरकारी विद्यालय के कक्षा 9 वीं का छात्र था। इस संबंध में चिकित्सक डॉ प्रेम चंद्र भगत ने बताया कि युवक का मौत हो चुका है। उसके परिजन जबरदस्ती जीवित होने की बात कह रहे है। परिजनों के आग्रह पर कई बार जांच किया गया है। तब उसे मृत घोषित किया गया है।