खूँटी में एक घर में लगी आग जिंदा जल गई माँ-बेटी,पुलिस छानबीन में जुटी है

खूँटी।झारखण्ड के खूँटी शहर के अमृतपुर मोहल्ला में एक घर के आग लगने से मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गयी।मृतकों की पहचान माँ सुसाना कच्छप (70 वर्ष) और बेटी पुष्पा कच्छप (35 वर्ष) के रूप में की गई है। जानकारी के अनुसार घटना रात लगभग 3:30 बजे की है। संभावना जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है।तब घर मे दोनों माँ बेटी सोए हुए थे। वही घर के दूसरे कमरे में सुसाना की बहन सलोमी होरो सोई थी। अचानक लगी आग में माँ बेटी अंदर ही जल गई।पुलिस मौके पर पहुँचकर छानबीन में जुटी है।

घटना को लेकर बताया जा रहा है कि तीन महिला एक घर में रहती थीं।मंगलवार तड़के सुबह घर में शार्ट सर्किट लग गयी।इस आग की चपेट में पूरा घर जल गया, इसमें 70 वर्षीय सुशाना कच्छप और उनकी 35 वर्षीय मूक-बधिर पुत्री पुष्पा कच्छप की मौत हो गयी। सुबह करीब 5 बजे घटना की जानकारी खूंटी थाना को मिली।सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे।उन्होंने घर में लगी आग को किसी तरह बुझाया, इसके बाद घर से मां और बेटी के शव को बाहर निकाला।शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, साथ ही मामले की जांच में जुट गयी है।इस घटना को लेकर थाना प्रभारी पिंकू कुमार यादव ने बताया कि स्थानीय द्वारा पुलिस को सुबह 5 बजे सूचना दी गई थी। हालांकि सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और बिजली विभाग द्वारा पावर कट करवाया गया।इसके बाद घर में लगी को बुझाकर, शव को घर से बाहर निकाला गया।थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान में शार्ट सर्किट के कारण आग लगने प्रतीत होता है लेकिन पूरे मामले की जांच की जा रही है।

वृद्धा सुशाना कच्छप अपनी मूक-बधिर पुत्री और परिवार के साथ मिलकर मुर्गी और बकरी पालन करती थीं। जिस वक्त घर में आग लगी उस वक्त घर के भीतर मुर्गी और बकरियां भी बंद थी। आग को देखकर परिजन पहले मुर्गी और बकरियों को घर से बाहर निकाला लेकिन अंदर सो रही मां और बेटी का ख्याल किसी को नहीं आया। घर में आग लगने के बाद भी लाचार वृद्धा और उनकी मूक-बधिर पुत्री मदद के लिए भी किसी को पुकार नहीं सकी।इधर परिजन भी मुर्गी और बकरियों को बाहर निकालने में व्यस्त रहे, उनको बाहर निकालने तक घर में आग की लपटें उठने लगीं किसी भी हिम्मत नहीं हुई कि घर के भीतर जाकर उन्हें तलाश करे।जिसके बाद परिजन घर के ही बाहर मां बेटी का इंतजार करने लगे।लेकिन तब तक आग में जलने से उन दोनों की मौत हो चुकी थी।