Ranchi:झारखण्ड की बेटी को बंधक बनाकर घर में काम कराया जाता था,नामकुम पुलिस ने 17 वर्षीय नाबालिग को केरल से रेस्क्यू कर राँची लाई।

रोहित सिंह

राँची। नामकुम थाना क्षेत्र की 17 वर्षीय सीमा (बदला हुआ नाम) को नामकुम पुलिस ने केरल से रेस्क्यू कर राँची लाया।लड़की अनुसार ढेड़ वर्ष पूर्व 03.09.2018 को एक महिला जिसका नाम आशा कुमारी है। उसका पति का नाम नहीं जानती हूँ परन्तु फोन नम्बर है जो कहीं राँची में ही रहता है उसी के माध्यम से राँची से अपने घर विशाखापटनम में घरेलू नौकरानी का काम कराने हेतु ले गया। वहां घर में काम करवाने के बाद घर मालकिन आशा कुमारी मुझे घर में बंद कर स्कूल चली जाती थी। सीमा ने बताई की इस बीच उनके व्यवहार से तंग आकर अपना घर नामकुम राँची आना चाहती थी। परंतु बराबर मुझे घर मे बंद कर रखती थी।

इसी बीच घर मालकिन राँची आना जाना करती थी लेकिन मुझे लेकर नहीं जाती थी,बराबर मुझे घर मे बंद कर रखती थी। महीनों से मौका देखती थी की किसी तरह यहां से भाग जाएं। इसी बीच 24 जनवरी 2020 को मैं मौका पाकर घर से भागकर विशाखापटनम स्टेशन पहुंच गई। वहां से भटक कर केरल पहुंच गई वहां इधर उधर भटक रहे थे तो एक व्यक्ति मिला उसी ने रहने के लिए दिया वहां से फिर अपने घर का नम्बर याद कर पिता को जानकारी दी। सीमा ने बताई की ढेड़ साल में आशा कुमारी द्वारा मात्र 6000 रुपया दी थी।

नामकुम इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने इस सम्बंध में बताये की सिंजुसुरेंग के अनिल टोप्पो के द्वारा जानकारी एक सप्ताह पहले दिया कि उसकी बेटी को घर मे काम करवाने एक व्यक्ति ले गया था लेकिन घर मे बंद कर काम करवाता था जो को मेरी लड़की वहां से भाग कर केरल पहुंच गई है।ये नम्बर से फोन आया है मेरी बेटी को केरल से लाने में मदद करें।

इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी प्रवीण कुमार

थाना प्रभारी ने कहा कि जैसे ही उन्हें लड़की के पिता द्वारा लड़की को लाने की मदद मांगी।थाना से एसआई पवन कुमार के साथ एक महिला सिपाही के साथ उसके पिता को भी लेकर पुलिस केरल गई और बताये गए स्थान से लड़की को सुरक्षित बरामद कर बुधवार को राँची लाया गया।लड़की के बयान के आधार पर मामला दर्ज करते हुए उस व्यक्ति और महिला की खोज की जा रही है।इधर लड़की को सीडब्लूसी

के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां बयान लेने के बाद लड़की को उसके परिजन को सौंप दिया गया।