Jharkhand:चाईबासा में माओवादियों ने दिया दूसरी घटना को अंजाम,गोइलकेरा में पुलिया को बम विस्फोट कर उड़ाया,पुलिस घटना स्थल पर पहुँचकर छानबीन में जुटी है

चाईबासा।झारखण्ड में भाकपा माओवादियों ने ऑपरेशन प्रहार के खिलाफ 26 अप्रैल को संपूर्ण भारत बंद का ऐलान किया है।इस दौरान माओवादी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के के लिए लगातार वारदात को अंजाम दे रहा है।माओवादियों ने जहां रविवार की देर रात करीब हावड़ा-मुंबई मेन रेल मार्ग के लोटापहाड़ सोनुवा के बीच विस्फोट कर रेलवे ट्रक को उड़ा दिया।वही गोइलकेरा थाना क्षेत्र एक पुलिया को बम विस्फोट कर उडा दिया।यह घटना गोइलकेरा थाना क्षेत्र के
रेगाडबेरा गांव में देर रात घटना को अंजाम दिया है। सोमवार को घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस बल घटनास्थल पहुँचीं हैं।

बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने बैनर लगाया था और बैनर के नीचे बम प्लांट कर दिया था।

26 अप्रैल को भारत बंद सफल करने का माओवादियों ने किया था आह्वान:

झारखण्ड के खूंटी,गिरिडीह और चाईबासा जिले में माओवादियों ने रविवार को कई जगहों पर पोस्टरबाजी कर 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया था. माओवादियों के द्वारा किए गए पोस्टरबाजी में कहा गया है कि बिहार के गया जिले में एसपीओ द्वारा पीएलजीए के चार कमांडरों को जहर खिलाकर हत्या की और पुलिस ने मुठभेड़ का रंग देकर इसका प्रचार किया. इसके खिलाफ 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल करें।पोस्टरबाजी की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंच कर सभी पोस्टर को जब्त कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

पुलिसिया अभियान को लेकर बंद का ऐलान:

भाकपा माओवादियों के खिलाफ चल रहे पुलिसिया अभियान के विरोध में संगठन ने भारत बंद का ऐलान किया है. भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने बीते 20 मार्च को प्रेस रिलीज जारी कर 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल बनाने की अपील की थी।माओवादियों ने लिखा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार के नेतृत्व में पांच राज्यों के पुलिस अधिकारियों की अक्टूबर 2020 में बैठक हुई थी, जिसमें 2021 के जून तक निर्णायक अभियान चलाने का निर्णय हुआ था. नक्सल आंदोलन को कुचलने के लिए हजारों की संख्या में सुरक्षा बलों को भेजा जा रहा है. छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से साजो समान पहुंचाया जा रहा है. इसके विरोध में 26 अप्रैल को भारत बंद बुलाया गया है।भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने लिखा था कि एक अप्रैल से लेकर 25 अप्रैल तक क्रांतिकारी प्रचार के साथ-साथ आंदोलन को जारी रखने का काम किया जाएगा।इस दौरान अलग-अलग जगह पर सरकार के दमन नीति के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाएगा।