दिहाड़ी मजदूर बनी मुखिया,अब चलाएगी गांव की सरकार,पंचायत में 1519 लोगों की पहली पसंद बनी

हजारीबाग।झारखण्ड में गांव की सरकार बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।तीसरे और चौथे चरण की काउंटिंग मंगलवार (31 मई, 2022) को शुरू हुई है।इस दौरान गांव की सरकार का ताकत देखने को मिला।राज्य के हजारीबाग जिला के कटकमदाग प्रखंड अंतर्गत आद्रा पंचायत से संगीत देवी मुखिया बनी है। खास बात है कि सरिता देवी दिहाड़ी मजदूरी करती है।वहीं, उसके पति एक हाथ और पैर से दिव्यांग हैं।कटकमदाग की आदरा पंचायत से मुखिया पद की प्रत्याशी संगीता देवी 1519 मत लाकर विजयी हुई है। गांव में ही दिहाड़ी मजदूरी करने वाली संगीता की पढ़ाई आठवीं तक हुई है।लेकिन, चुनाव जीतने के बाद कहती है कि भले ही हम उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके, लेकिन पंचायत क्षेत्र के लड़के-लड़कियों को पढ़ाई को लेकर हमेशा प्रेरित करेंगे।

नवनिर्वाचित मुखिया ने पंचायत के लोगों के विश्वास जताने पर आभार व्यक्त हुए कहती हैं कि निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करना उनकी पहली प्राथमिकता है। कहती हैं कि उसके पति विजय राम एक हाथ और एक पैर से दिव्यांग हैं। इसके बावजूद JSLPS से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं।

वहीं,पति विजय राम ने बताया कि JSLPS के साथ जुड़ने से काफी सहयोग मिला है। एक MIS भरने में 20 रुपये मिलते हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में राजस्थान के जैसलमेर में पवन चक्की बनाने वाली कंपनी इंटरकूल में काम करता था।इसी दौरान 33000 वोल्ट के करंट लगने के कारण उसके एक हाथ और पांव प्रभावित हुए हैं।इसके बाद गांव में आकर लोगों से जुड़कर काम करने लगा। मेरी ईमानदारी और समर्पण की भावना से लोग काफी प्रभावित थे. आदरा पंचायत में मुखिया पद एसटी महिला आरक्षित होने के कारण लोगों ने मेरी पत्नी संगीता देवी को चुनाव में उतारा और विजयी बनाया है।