#कोरोना संकट:झारखण्ड पुलिस द्वारा कोरोना काल में शुरू किया गया सामुदायिक किचन आज से बंद हो गया,लगभग 100 दिनों तक चला-

राँची।कोरोना काल में झारखण्ड में झारखण्ड पुलिस द्वारा एक सकारात्मक पहल की थी।जहां लॉकडाउन में जरूरत मंद लोगों की सेवा कर सके।यूं तो पुलिस अपनी छवि दूसरे रूप में जाने जाते हैं लेकिन कोरोना काल मे पुलिस ने ऐसी मानवीय सेवा कर छवि बनाई है कि लोग नहीं भूलेंगे।भारत में कोरोना वायरस रोकथाम के लिए भारत सरकार ने सम्पूर्ण लॉकडाउन किया।इस लॉक डाउन में वेसे जरूरतमंद लोगों के लिए खाने पीने की समस्या ना हो उसके लिए राज्य के डीजीपी एमवी राव के आदेश के बाद पूरे राज्य में झारखण्ड पुलिस के द्वारा सभी थानों में सामुदायिक किचन का शुभारंभ किया गया।लगभग 100 दिनों तक जरूरत मन्द लोगों की सेवा करने के बाद आज 1 जुलाई 2020 से सभी खोले गये 342 कम्युनिटी किचन आज बुधवार से बंद हो गया है।

झारखण्ड पुलिस मुख्यालय के द्वारा इससे संबंधित आदेश सभी जिले के एसपी को जारी कर दिया गया है।जिले के एसपी को आदेश दिया गया है कि प्रत्येक कम्युनिटी किचन में हुए खर्च का पूरा ब्यौरा जिले के डीसी के जरिये पुलिस मुख्यालय में भी जमा करायें।

कम्युनिटी किचन की शुरुआत
झारखण्ड में कोरोना संक्रमण लॉक डाउन में गरीबों व बाहर से आये मजदूरों को दिक्कत न हो इसके लिए डीजीपी एमवी राव के द्वारा विशेष पहल की गयी थी। बीते 27 मार्च को राज्य पुलिस मुख्यालय में डीजीपी एमवी राव ने सभी जिलों के एसपी और जोनल डीआइजी के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग की थी।जिसके बाद डीजीपी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया था कि बाहरी आगन्तुकों जिनमें से अधिकतर के पास आजीविका के साधन उपलब्ध नहीं हैं,उनके संबंधित थाना क्षेत्रों में प्रवेश के दौरान आवश्यकतानुसार उनकी चिकित्सीय जांच करायें. इसके बाद आवश्यकतानुसार भोजन की व्यवस्था थाना,पिकेट के स्तर से की जाये।

डीजीपी ने डीसी या खाद्य आपूर्ति विभाग से समन्वय एवं सहयोग प्राप्त कम्युनिटी किचन खोलने का निर्देश जिलों के एसपी को दिया था। डीजीपी ने कहा था कि जिलों के एसपी तत्काल यह व्यवस्था करें, साथ ही भोजन-आपूर्ति के समय सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन भी किया जाये।

दिन के 11 बजे से लोग थाना के बाहर खड़े रहते –

राजधानी राँची के एक ऐसा थाना जहां इस कोरोना काल मे लगभग 100 दिनों तक जरूरत मंद लोगों को भोजन कराया।ये चुटिया थाना है जहां लोग 11 बजे ही थाना के पास आ जाते थे।एक अनुमान के अनुसार सबसे ज्यादा इसी थाना में लोगों ने भोजन करने का रिकार्ड है।क्योंकि इस थाने में रेलवे स्टेशन,बस डिपो,प्राइवेट बस डिपो, मेन रोड ,बिगबाजर के पास फुटपाथ पर रहने वाले लोग का चुटिया थाना में आकर भोजन किया करता था।इस थाने में यहां तक कि स्टेशन रोड,बस डिपो,के कई ऐसे लोगों का सहारा बना रहा है।
अंतिम दिन 30 जून को जब चुटिया थाना परिसर में भोजन बांटा जा रहा था और लोगों को बोला जा रहा था कि कल से खाना नहीं बंटेगा।लोग इस कदर सोच में पड़ गया कि मानो बहुत बड़ी पहाड़ टूट पड़ा है।

चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने बताये की वरीय अधिकारियों के निर्देश पर कोरोना काल में पुलिस की ओर से एक मानवीय सेवा करने को मिला।जिससे जिंदगी में कभी नहीं भुलाया जा सकता है और ऐसे मौके में सेवा करके अपने आप को गौरवांवित समझता हूँ।वरीय अधिकारियों ने जो मानव सेवा करने का मौका दिया अभी वरीय अधिकारियो को आभार व्यक्त करता हूँ साथ ही सभी थाना के पदाधिकरियों एवं पुलिसकर्मियों के योगदान के लिए धन्यवाद देता हूँ।