आर्मी जवान का संदिग्ध मौत मामला:राँची पुलिस की अबतक जांच में मामला आत्महत्या की ओर…जांच जारी है,प्राथमिकी दर्ज हत्या की हुई है…!

–घटना वाले दिन मृतक हवलदार मनोज सिंह को उनकी पत्नी ने फोन किया था तो पता चला कि वे उत्तराखंड जाने के लिए ट्रेन पकड़ा ही नहीं, मोबाइल भी था स्विच ऑफ

–मृतक की पत्नी ने दीपाटोली कैंट में दी थी 23 नवंबर की रात 12 बजे जानकारी, दीपाटोली कैंट में मनोज सिंह के यूनिट के जवानों ने की थी रात साढ़े तीन बजे तक उनकी खोजबीन

राँची।दीपाटोली कैंट में पदस्थापित हवलदार मनोज सिंह का शव 24 नवंबर को डोरंडा थाना क्षेत्र के मजिस्ट्रेट कॉलोनी के समीप चुक्का टोली में पेड़ से लटकता हुआ मिला था। इस मामले में सुबेदार धर्मेंद्र तिवारी ने डोरंडा थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन डोरंडा थाना की पुलिस ने अबतक इस मामले में जो जांच की है उसके आधार पर मामला आत्महत्या की ओर जा रहा है। सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत हैंगिंग से हुई है। उसके शरीर पर जो निशान मिले है वह गहरे नहीं है। इसलिए मामला खुदकुशी का लग रहा है। हालांकि मामले में अनुसंधान जारी है। सीसीटीवी फुटेज में भी अबतक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार हवलदार मनोज सिंह स्टेशन रोड में अकेले ही जाते दिखाई दिया है। उसके साथ कोई और नहीं दिखा है। अब पुलिस मृतक मनोज सिंह की पत्नी से पूछताछ करने की तैयारी में है। ताकि यह पता चल सके की आखिरी बार उनके कब बात हुई ताकि मामले में जांच आगे बढ़ सके।अनुसंधान जारी है।

30 दिनों की छुट्टी लेकर निकला था मनोज अपने घर गढ़वाल के लिए

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार हवलदार मनोज सिंह उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला था। वर्तमान में वह दीपाटोली कैंट में पदस्थापित था। उसने 30 दिनों की छुट्टी ली थी। 23 नवंबर की शाम 6.10 में वह दीपाटोली कैंट से रांची रेलवे स्टेशन की ओर निकला था। रात 12 बजे दीपाटोली कैंट में पदस्थापित हवलदार अजय कुमार के मोबाइल पर मनोज सिंह की पत्नी ने फोन किया। उसने बताया कि रात 11.55 में मनोज सिंह का ट्रेन था। लेकिन उसने ट्रेन नहीं पकड़ा। उनका मोबाइल भी स्विच अॉफ आ रहा है। इस सूचना पर अजय कुमार ने यूनिट के सुबेदार मेजर रमाकांत मोहंता को जानकारी दी। इसके बाद यूनिट के लोग तुरंत दीपाटोली से मनोज सिंह को खोजने के लिए निकले। रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाके में रात 3.30 बजे तक सभी ने मनोज सिंह को खोजा। लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। अगले दिन 24 नवंबर की सुबह 8.50 में दीपाटोली कैंट के हवलदार मुकेश कुमार को डोरंडा थाना से फोन आया कि मनोज सिंह का शव डोरंडा के चुक्का टोली में एक पेड़ से लटका हुआ है। इसकी सूचना यूनिट के सुबेदार मेजर को फिर दी गई। यूनिट के लोग वहां पहुंचे तो पाया कि मनोज सिंह पेड़ से लटका हुआ है।

प्राथमिकी में बताया शरीर के कई जगहों में चोट के थे निशान

दर्ज प्राथमिकी में यह भी बताया गया है कि उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। उसे देखने से लग रहा था कि मनोज सिंह की हत्या की गई है। हत्या कर छिपाने के उद्देश्य से शव को पेड़ से लटका दिया गया है। ताकि मामला आत्महत्या का लगे।