धनबाद:हादसे का सीसीटीवी फुटेज वायरल करने के मामले में सब-इंस्पेक्टर निलंबित

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद में जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद को धक्का मारने वाले ऑटो की चोरी की एफआईआर में देरी को लेकर एसएसपी संजीव कुमार ने पाथरडीह थाना प्रभारी उमेश मांझी को निलंबित कर दिया। चोरी की शिकायत के एक दिन बाद पाथरडीह थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी में तिथियों को लेकर भी हेरफेर पाया गया था। इधर एसएसपी ने दुर्घटना के सीसीटीवी फुटेज को वायरल करने में प्रशिक्षु दारोगा आदर्श कुमार को निलंबित कर दिया।

पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप में सीसीटीवी फुटेज शेयर करने में दारोगा निलंबित

एसएसपी ने रविवार को जज की दुर्घटना से संबंधि कंट्रोल रूम के सीसीटीवी फुटेज को सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में धनबाद थाना के प्रशिक्षु दारोगा आदर्श कुमार को भी सस्पेंड कर दिया। घटना के दिन पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिलने के चंद घंटे बाद यह कई सोशल मीडिया के प्लेटफार्म से वायरल हो रहा था। इस मामले पर हाईकोर्ट ने भी तल्ख टिप्पणी देते हुए धनबाद पुलिस से पूछा था कि आखिर कंट्रोल रूम का सीसीटीवी फुटेज कैसे वायरल हुआ। एसएसपी मामले की जांच करवा रहे थे। पता चला कि आदर्श ने ही इस सीसीटीवी को पुलिस के एक ग्रुप में साझा किया था। वहीं से यह आम लोगों के बीच वायरल हो गया।

ऑटो चोरी की एफआईआर में देरी पर थानेदार भी सस्पेंड किया गया

बताया जा रहा है कि जिस ऑटो से जज उत्तम आनंद को टक्कर मारी गई थी उस ऑटो के चोरी के संबंध में पाथरडीह भोरिक खटाल निवासी ऑटो मालकिन सुगनी देवी ने 28 जुलाई को पाथरडीह थाने में शिकायत की थी। लेकिन थाना प्रभारी ने 24 घंटे तक मामले में संज्ञान नहीं लिया। जब खुलासा हुआ कि इस ऑटो से उत्तम आनंद को टक्कर लगी है तब आनन-फानन में प्राथमिकी दर्ज की गई। हालांकि बाद में खुलासा हुआ कि जिस ऑटो को सुगनी देवी चोरी का बता रही है। उस ऑटो को उसके पति रामदेव लोहार ने ही लखन वर्मा और राहुल वर्मा के साथ मिल कर साजिश के तहत चोरी कराई थी। आरोप है कि ऑटो को गायब कराकर रामदेव इंश्योरेंस का दावा करने वाला था। शनिवार की रात पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी रामदेव को दबोच लिया।इधर एसएसपी ने देरी से प्राथमिकी को लापरवाही माना। घटना के बाद रामदेव मीडिया में झूठा बयान देते रहा लेकिन पुलिस उस तक नहीं पहुंची। यदि ऑटो चोरी की शिकायत पर पुलिस फौरन गंभीर होती तो दो दिनों तक रामदेव लोहार के पीछे पुलिस को नहीं भागना पड़ता।

–एसएसपी संजीव कुमार ने कहा कि ऑटो चोरी में थाना में प्रभारी ने फौरी कार्रवाई नहीं की। एक दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई। इसलिए थाना प्रभारी को निलंबित किया गया है। पीएसआई आदर्श कुमार को सीसीटीवी का वीडियो वायरल करने में दोषी पाया गया है। आदर्श पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई है।