#JHARKHAND:साहेबगंज जिले के बरहड़वा नगर पंचायत में वाहन पार्किंग के टेंडर को लेकर हुए विवाद में मामला दर्ज,केस दर्ज होने के बाद साहिबगंज पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी..!

साहेबगंज।जिले के बरहड़वा नगर पंचायत में वाहन पार्किंग के टेंडर को लेकर हुए विवाद में मामला दर्ज किया गया है। केस दर्ज होने के बाद साहिबगंज पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी।इस मामले में साहिबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया की इस मामले में सनमिकी दर्ज हुई है।मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही इस मामले में कोई आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मालूम हो कि इस मामले में बरहेट के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम पर बरहड़वा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इस मामले में कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

क्या है मामला

मिली जानकारी के अनुसार बरहड़वा नगर पंचायत में सोमवार को वाहन पार्किंग का टेंडर डाला गया था. कथित रूप से पाकुड़ निवासी शंभु भगत को टेंडर डालने से मना किया गया था। इसके बावजूद वह टेंडर डालने नगर पंचायत कार्यालय पहुंच गया था. इस दाैरान उनकी पिटाई की गयी।

इसी मामले में शंभु भगत ने बरहेट के विधायक सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और पाकुड़ के विधायक सह मंत्री आलमगीर आलम सहित 11 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. दूसरी प्राथमिकी बरहड़वा निवासी दिलीप साहा के लिखित आवेदन पर पाकुड़ के रहने वाले शंभु भगत पर दर्ज की गयी है. जबकि तीसरी प्राथमिकी बरहड़वा के रहने वाले उदय कुमार हजारी ने शंभु भगत के खिलाफ दर्ज करायी है।

राजनीति रंग में चढ़ा मामला

नगर पंचायत के टोल टैक्स वसूली के ठेका के विवाद ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है।इस मुद्दे को उछालने के लिए सूबे के एक मंत्री व विधायक के प्रतिनिधि की टेलीफोनिक बातचीत का कथित ऑडियो वायरल किया गया है दिलचस्प बात यह है कि गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने वायरल हुए कथित ऑडियो को अपने फेसबुक ट्विटर पर पर टैग कर मुख्यमंत्री से इसकी जांच कराने की मांगकर विवाद को नया मोड़ दे दिया है।

दरअसल नगर पंचायत क्षेत्र में टोल वसूली को लेकर सोमवार को खोले गए टेंडर से पहले ही नगर कार्यालय के सामने कुछ स्थानीय लोगों ने स्थानीयता का हवाला देते हुए हंगामा किया था । इस दौरान टेंडर में भाग लेने पहुंचे पाकुड़ के शंभुनंदन भगत की पिटाई कर दी गई शंभु नंदन भगत ने आरोप लगाया कि एक मंत्री के आवास से उनके सामने ही पंकज मिश्रा ने मोबाइल पर उन्हें टेंडर में हिस्सा ना लेने के लिए धमकी दी।