Ranchi:पूर्व सीएम रघुवर दास ने मेन रोड स्थित हनुमान मंदिर का किया दौरा,उपद्रव की घटना को एनआईए से जांच कराने की मांग

राँची।राजधानी राँची में 10 जून को मेनरोड में हुए हिंसा के सम्बन्ध में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सुनियोजित बताया है। बुधवार को पूर्व सीएम रघुवर दास ने मेन रोड में हनुमान मंदिर का दौरा किया,जहां पथराव किया गया था। उन्होंने कहा कि घटना में देश विरोधी शक्तियों का हाथ है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी के बावजूद राज्य सरकार ने किसी प्रकार की ठोस तैयारी नहीं की, जिस कारण इतनी बड़ी घटना हुई। दास ने कहा कि मामले में पीएफआई की संलिप्तता है, ऐसे में एनआईए जांच होनी चाहिए।रघुवर दास ने हनुमान मंदिर में पूजा और घटना की जानकारी लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी के भी पूजा स्थल मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा या गिरजाघर पर पत्थरबाजी की घटना निंदनीय है, अक्षम्य है। राँची में विभिन्न मंदिरों पर हमले हुए, पुजारियों को मारा गया, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। सरकार की लापरवाही के कारण राँची का आपसी भाईचारा व सौहार्द बिगड़ गया है। सांप्रदायिक शक्तियों को बल मिला है। घटना में मंदिर में हमले के अलावा आम लोगों के वाहनों में तोड़फोड़, पुलिस के जवानों पर पत्थरबाजी और दो बच्चों की मौत के लिए हेमंत सरकार जिम्मेदार है। दास ने कहा कि पुलिस की जांच में भी यह बात सामने आ रही है कि यह उपद्रव योजनाबद्ध तरीके से किया गया।नमाज के बाद भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने लोगों को भड़काया और यह घटना घटी। दास ने कहा कि मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों से उन्होंने अपील की है कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनका बहिष्कार करें।उन्हें समाज से बाहर करें।

वर्तमान सरकार सांप्रदायिक शक्तियों के आगे नतमस्तक
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं।राँची में उपद्रवियों का पोस्टर लगा और तुरंत हटा लिया गया। किसके दबाव में पोस्टर हटाया गया, यह जांच का विषय है। राज्य सरकार ने तुष्टीकरण के कारण कट्टरपंथी ताकतों के आगे घुटने टेक दिया है। दुर्भाग्य यह है कि पूरे मामले में राज्य के मुख्यमंत्री हल्की बातों का प्रयोग कर रहे।