Ranchi:श्री जगन्नाथ महाप्रभु सहित बलभद्र स्वामी,माता सुभद्रा का स्नान महोत्सव,जेष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में संपन्न हुआ

राँची।राँची के ऐतिहासिक जगन्नाथ मन्दिर में आज दिनांक 24 जून गुरुवार को श्री जगन्नाथ महाप्रभु सहित बलभद्र स्वामी माता सुभद्रा देवी का स्नान महोत्सव जेष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को ऐतिहासिक धार्मिक जगन्नाथपुर मंदिर में संपन्न हुआ।आज प्रातः महाप्रभु का गर्भ गृह खोल दिया गया और प्रातःकालीन पूजा आरती और स्तुति की गई एवं अन्न भोग प्रसाद लगाया गया। पुनः 8:15 बजे गर्भ गृह के बल्ली से पाठ बांधा गया।महाप्रभु बलभद्र स्वामी मां सुभद्रा देवी और महाप्रभु जगन्नाथ शहीद गरुड़ जी,सुदर्शन,नरसिंह देव आदि विग्रह को स्नान मंडप में वैदिक रीति( उत्कल पुरी)प्रतिस्थापित की गई।

इधर दिन के 10:30 बजे स्नान यात्रा महोत्सव प्रारंभ हुई,जिसमें जगरनाथ मंदिर के प्रथम सेवक सेवाइत ठाकुर नवीन नाथ शाहदेव ने चवर सेवा कर महाप्रभु को गर्भगृह से स्नान मंडप पहुंचाया।इस क्रम में सेवकों द्वारा गर्भगृह से तीनों प्रतिमा सहित गरूड़ देव,सुदर्शन,नृसिंह जी को स्नान मंडप में प्रतिस्थापित किया गया।महाप्रभु के सिंगार उपरांत पट खोला गया।श्री रामेश्वर पाढ़ी पुजारी के द्वारा स्नान महोत्सव के क्रम शास्त्र संवत विधि वैदिक रीति से श्री विग्रह का पूजा किया गया।महाप्रभु जगन्नाथ माता सुभद्रा और दाऊ जी को महा औषधियों से मिट्टी के 51-51 घड़ो से महा स्नान वैदिक विधि विधान से बारी बारी जगन्नाथ मंदिर के पुजारी रामेश्वर पाढ़ी, सरयू नाथ मिश्र,श्रीराम महंती , मनोज तिवारी,गणेश पाढी आदि लोगों से महा औषधीय स्नान कराया गया।पुनः महाप्रभु की आरती की गई।महाप्रभु की वंदना उपस्थित भक्तजनों सहित पुजारी द्वारा किया गया।इसके उपरांत पुनः श्री विग्रह का राजश्री सिंगार हुआ।भक्तों द्वारा जगरनाथ महाप्रभु का जयघोष किया गया। 108 दीपो वाली मंगल आरती महाप्रभु की गई। पूनः महाप्रभु को भोग में मालपुआ ,इलायची दाना ,बादाम ,बताशा ,आम ,कटहल आदि का भोग लगाया गया।उसके बाद उपस्थित भक्तजनों और पुजारियों द्वारा महाप्रभु का जगन्नाथ अष्टकम श्रीमद् भगवत गीता का 12वॉ अध्याय का पाठ किया गया और पुनः पट बंद कर दिया गया।महाप्रभु को एकांतवास हेतु श्री विग्रहो को नेत्रदान मंडप गरुड़ मंदिर में प्रतिस्थापित किया गया।भक्तों के बीच प्रसाद और महा औषधीय स्नान जल का वितरण किया गया।इस कार्यक्रम को पूरे विधि विधान से संपन्न कराया गया।कोरोना महामारी को देखते हुए लोगों को मास्क और सेनिटाइजर,शारीरिक दूरी का पालन किया गया।जिसमें सीमित लोग ही उपस्थित हुए रामेश्वर पाढ़ी ,संतोष महंती,श्री राम महंती, सरयू नाथ मिश्र, मनोज तिवारी ,अनोज तिवारी और जगन्नाथ मंदिर के प्रथम सेवक सेवाइत ठाकुर नवीन नाथ शाहदेव की उपस्थिति में संपन्न कराया गया।महाप्रभु से प्रार्थना किया गया कि हे प्रभु कोरोना महामारी से विश्व की रक्षा करे और जगत का कल्याण करे।
जय जय जगन्नाथ