#Ranchi:राँची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में एक्शन में राँची पुलिसः 6 महीने में कई मोस्ट वांटेड अपराधी और उग्रवादी गिरफ्त में,एक एनकाउंटर..

Rohit Singh

राँची।राँची पुलिस इन दिनों एक्शन में दिख रही है।राँची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के पद संभालते ही एक्शन में आ गई है राँची पुलिस।हाल के दिनों में राँची पुलिस का कार्य करने का तरीका ही बदल गया है।एसएसपी के निर्देश और नेतृत्व में कई अपराधी,उग्रवादी,अवैध कारोबारी,जुआड़ी सब सलाखों के अंदर भेजे गए हैं। पिछले छह महीने की बात करें तो, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में राँची पुलिस की टीम ने एक के बाद एक कई कार्रवाई की है।जिसमें पुलिस के लिए चुनौती बने कई मोस्टवांटेड अपराधी और उग्रवादी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है वहीं कई अपराधी और नक्सली पुलिस की दबिश से परेशान हैं।जिसका नतीजा है कि भाकपा माओवादी के पांच लाख के इनामी बोयदा पाहन ने अपने तीन सहयोगियों के साथ राँची पुलिस के समक्ष हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर दिया।इसके अलावा पीएलएफआइ के दो लाख के इनामी उग्रवादी पुनई उरांव को एनकाउंटर में मार गिराया।राँची पुलिस ने जिन मोस्ट वांटेड अपराधी और उग्रवादी को गिरफ्तार किया, उसमें अमन साहू, दिनेश खेरवार, कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान, पहाड़ी उर्फ रमेश महतो, परमेश्वर गोप शामिल है।

10 महीने में पकड़े 2272 अपराधी समेत 54 नक्सली

राजधानी में हर दिन आठ अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर रही है. पिछले 10 महीने यानी इस वर्ष जनवरी से लेकर अक्टूबर तक राँची पुलिस ने 2272 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान राँची पुलिस ने अपराधी अमन साहू सहित कई अन्य को भी पकड़ा है. वहीं दूसरी तरह रांची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अलग- अलग नक्सली संगठन के 54 नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि हाल के महीने में राँची पुलिस ने आर्म्स और एक्सप्लोसिव तस्करों पर नकेल कस रखी है. राँची में गतिविधि होते ही तस्कर पकड़े जा रहे हैं।

इसके अलावा एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा की मॉनिटरिंग में तकनीकी सेल की मदद से रांची एंट्री करने वाले शूटर भी पकड़े गये हैं. जिससे कई हत्याओं की साजिश टल गयी है।

जमीन विवाद में होने वाली हत्याओं में आयी कमी

राजधानी राँची में सबसे अधिक हत्याएं जमीन विवाद के कारण हुई है. लेकिन अगर पिछले चार महीने में हुई हत्याओं पर गौर किया जाये, तो वे हत्याएं जमीन विवाद नहीं बल्कि आपसी विवाद और प्रेम प्रसंग के कारण हुई है. जिस तरह से रांची में जमीन विवाद को लेकर आये दिन हत्या जैसी घटनाएं सामने आ रही थी. लेकिन पिछले 4 महीने के दौरान राँची पुलिस की ओर से जमीन विवाद को लेकर होने वाली हत्याएं काफी हद तक रूकी हैं.

अवैध कारोबार के खिलाफ राँची पुलिस सख्त

जिले में अवैध कारोबार के खिलाफ राँची पुलिस सख्त नजर आ रही है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में अवैध कारोबार करने में शामिल लोगों पर राँची पुलिस कार्रवाई कर रही है।जहां अब तक कोई छापेमारी नहीं हुई थी वहां छापेमारी कर अवेध जुआ अड्डा,मटका अड्डा का भंडाफोड़ किया गया है।पिछले कुछ महीनों की बात की जाये तो रांची पुलिस ने अवैध शराब के बड़े कारोबार, जुआ के बड़े अड्डे और अफीम तस्करी के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है।

मोस्ट अपराधी और उग्रवादी पर राँची पुलिस ने कसी नकेल

20 जुलाई: हजारीबाग के बड़कागांव थाना से 29 सितंबर 2019 को फरार हुए कुख्यात अमन साव को राँची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

21 अगस्त: पीएलएफआइ का सबजोनल कमांडर परमेश्वर गोप को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

15 सितंबर: प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी का एरिया कमांडर रमेश महतो उर्फ पहाड़ी राँची व चतरा जिला पुलिस के संयुक्त अभियान में धरदबोचा गया था.

12 अक्टूबर: भाकपा-माओवादी के सबजोनल कमांडर बोयदा पाहन ने अपने तीन सहयोगियों के साथ रांची में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था.

03 दिसंबर: पीलएफआइ के एरिया कमांडर तुलसी पाहन सहित पांच को रराँची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

04 दिसंबर: पीएलएफआइ के सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तानजी को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

16 दिसंबर: पीएलएफआइ से अलग होकर मख्यार ग्रुप नाम के उग्रवादी संगठन बनाने वाला सुप्रीमो दिनेश खेरवार, उर्फ राजा उर्फ दीना को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

22 दिसंबर:राँची पुलिस ने दो लाख के इनामी पीएलएफआइ उग्रवादी पुनई उरांव को एनकाउंटर में मार गिराया।

जिले के 200 से ज्यादा पुलिस पदाधिकारियों की बदली:

राँची जिले में पहली बार ऐसा हुआ कि जिले के सैकड़ो एसआई और एएसआई को एक थाना से दूसरे थाना स्थानंतरण किया गया।ऐसा इसलिये हुआ कि एक थाना में वर्षों से जमे पदाधिकारी को हटाया गया।इसका कारण ये हो सकता है कि वर्षों से जमे पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में जमीन माफिया,जुआ अड्डा,अवैध शराब के साथ गठजोड़ की होने की संभावना देखते हुए ऐसा निर्णय पुलिस कप्तान को लेना पड़ा हो।क्योंकि ऐसी खबरें आती रही है कि कई थाना क्षेत्र में पुलिस के सहयोग से जुआ,मटका, अवेध जमीन का कारोबार होता रहा है।वहीं एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने एक और पहल की जिसमें जिले के कई थाना ,ओपी,टीओपी प्रभारी को बदल दिया साथ कुछ जगहों में नए तेज तरार पुलिस पदाधिकारियों को मौका दिया है।ताकि नए ऊर्जा के साथ अपराध पर लगाम लगाया जाय।