#RANCHI:राँची से पीएलएफआई का जोनल कमांडर परमेश्वर गोप गिरफ्तार,परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद कुख्यात सुजीत सिन्हा और पलामू जेल में बंद हरि तिवारी के गुर्गों के साथ मिलकर रंगदारी की मांग करता था।

राँची।राजधानी के व्यवसायियों व जमीन कारोबारी को जान मारने की धमकी देते रंगदारी मांगने मामले में पीएलएफआई का जोनल कमांडर परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप को राँची पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद कुख्यात सुजीत सिन्हा और पलामू जेल में बंद हरि तिवारी के गुर्गों के साथ मिलकर रंगदारी की मांग करता था। उक्त जानकारी एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि परमेश्वर गोप वन वृंदावन कंस्ट्रक्शन कंपनी सह अखबार के मालिक अभय सिंह से रंगदारी मांगने और जान लेवा हमला कराने मामले में भी संलिप्त था। इस मामले में गिरफ्तार परमेश्वर गोप ने स्वयं हथियार, गोली और ग्रनेड बम उपलब्ध कराया था।

छापेमारी टीम में कोतवाली डीएसपी अजित कुमार विमल, साइबर डीएसपी यशोधरा, कोतवाली इंस्पेक्टर बृज कुमार, कोतवाली थाना के एसआई बृजेश कुमार, एएसआई बलेंद्र कुमार, प्रवीण तिवारी, नवीन कुमार तिवारी समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।

गुमला जिला से भेजा गया था 5 लाख इनाम का प्रस्ताव

बताया जाता है कि गिरफ्तार परमेश्वर गोप पर इनाम के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। यह प्रस्ताव हाल के दिनों में गुमला जिला से भेजा गया था। गुमला एसपी ने 5 लाख तक इनाम होने का अनुमान लगाया था। हालांकि, अभी तक इनाम के कागजात पर मुहर नहीं लगा था। जिस कारण गिरफ्तार परमेश्वर गोप पर इनाम की घोषणा नही हुआ था।

गुमला जिला में दर्ज है परमेश्वर गोप के खिलाफ 27 मामले

एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार परमेश्वर गोप के खिलाफ गुमला जिला में कुल 27 मामले दर्ज है। सबसे ज्यादा मामला गुमला थाना में है। उसके बाद पालकोट थाना में, फिर बसिया थाना शामिल है। इसमें नक्सल, आर्म्स एक्ट, हत्या, रंगदारी समेत अन्य मामले शामिल है।

गुमला पुलिस के साथ मुठभेड़ में भागने में सफल रहा था परमेश्वर गोप

परमेश्वर गोप के दस्ता और गुमला पुलिस के बीच पालकोट थाना के डोंबाटोली पहाड़ में 19 जून को दिन के 11 बजे मुठभेड़ हुई थी।आधा घंटे तक चली मुठभेड़ में एक उग्रवादी पालकोट बाजार टाड़ निवासी विशाल सिन्हा घायल हुआ था।उसके पैर में गोली लगी थी। विशाल एक महीने पहले गुजरात से लौटा था. वह प्रवासी मजदूर था।जबकि सबजोनल कमांडर परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम व एरिया कमांडर राजेश गोप अपने दस्ते के साथ भागने में सफल रहा।इस मुठभेड़ के बाद परमेश्वर गोप राँची में छिप कर रहा था और सुजीत सिन्हा की गिरोह के साथ मिलकर लेवी वसूलने का काम करता था।

नक्सली भागकर शहर में ठिकाना बना रहे हैं

इससे पहले भी कई नक्सली राँची से गिरफ्तार किया जा चुका है।परमेश्वर गोप भी शहर में ठिकाना बना लिया था।टाटीसिलवे थाना के बड़ाम में ठिकाना बनाया था।वहीं मकान आसानी से किराया में मिले उसके लिए अपनी प्रेमिका के साथ बड़ाम मे ही किराये पर रहता था।अगल बगल लोगों को ये भी नहीं पता उसके पास जो रह रहा है वो मोस्ट वांटेड उग्रवादी है।प्रेमिका को इसलिए साथ रखा था ताकि एक तो किराये में मकान आसानी से मिल गया और पति पत्नी के रूप में रहने से शक ना हो अगल बगल के लोगों को इसलिए प्रेमिका को साथ मे रखा था।

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार प्रेमिका से बात करने के चक्कर मे पकड़ा गया परमेश्वर गोप।बताया जा रहा है गोप अपना मोबाइल जब किसी साथी से बात करना रहता था तभी ऑन करता था नहीं तो मोबाइल ऑफ करके रखता था ताकि पुलिस से बच सके।प्रेमिका से बात करने के दौरान ही पुलिस ने उसके ठिकाने की जानकारी इक्कठा की उसके बाद कार्यवाही की।