Ranchi:मुकेश और रोहन की गोली मारकर हत्या करने वाला दोनों भाई गिरफ्तार,रेकी करने वाला भी धराया….रोहन ने दोनों को पहचान लिया था इसलिए कर दी हत्या…..

राँची।राजधानी राँची के बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातू में 11अगस्त की रात 9.45 बजे हुए डबल मर्डर का राँची पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में स्वर्ण जयंती नगर निवासी अशोक कुमार गुप्ता,धर्मेंद्र कुमार गुप्ता और चोरेया चान्हो निवासी विजय उरांव शामिल है।इस सम्बंध में शनिवार को एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि अशोक गुप्ता ने मुकेश साव और उसके स्टॉफ रोहन की हत्या सिर्फ इसलिए की क्योंकि वह लगातार जूस की दुकान खोलता जा रहा था। उसकी तीन दुकानें मोरहाबादी में पहले से थी। चौथे दुकान की वह खोलने की तैयारी में था। इसलिए अशोक गुप्ता उससे नाराज चल रहा था। 20 दिन पहले उसने मुकेश साव की हत्या की योजना बनाई थी।बताया कि हर दिन उसकी रैकी की जा रही थी।घटना के दिन मौका मिलते ही हत्या कर दिया।पुलिस ने गिरफ्तार अशोक गुप्ता की निशानदेही पर एक देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, सात कारतूस, दो मोबाइल, एक बाइक व कपड़े जो घटना वाले दिन इन लोगो ने पहन रखे थे, पुलिस ने उसे बरामद किया है।

मुकेश का स्टाफ रोहन की इसलिय कर दी हत्या

बताया जाता है कि जब मुकेश और रोहन जा रहे थे तभी विजय ने सूचना दी थी की मुकेश बाइक से चिरौंदी की ओर जा रहा है।तब अशोक और धर्मेन्द्र बुलेट से वहां पहुँच गया।उसके बाद मुकेश को रोककर गोली मार दिया।जिससे मौके पर मौत हो गई।उसके बाद रोहन की हत्या इसलिए कर दिया कि वो अशोक और धर्मेंद्र को पहचान लिया था।रोहन की हत्या करने के लिए दोनों आपस मे बात भी किया।फिर गोली मार दिया।ताकि कोई चश्मदीद गवाह ना रहे।

औरंगाबाद से खरीदा था हथियार, विजय ने की थी रेकी

एसएसपी ने बताया कि मुकेश की हत्या के लिए अशोक गुप्ता ने 15 दिन पहले बिहार के औरंगाबाद से हथियार खरीदे थे। उसकी हत्या के लिए उसने विजय उरांव को उसकी रेकी के लिए लगा रखा था। हत्या वाले दिन भी विजय ने मुकेश की रेकी की थी। उसकी सूचना पर ही अशोक बुलेट से धर्मेंद्र के साथ घटना स्थल पर पहुचा था। दोनों को पहले रोका फिर अशोक ने मुकेश को और धर्मेंद ने उसके स्टॉफ रोहन की गोली मारकर हत्या कर दी। फिर हथियार को छिपाया और बिहार के औरंगाबाद दोनों भाग गए।

बिहार से दोनों भाग कर पहुंच गए थे कोलकाता

कुछ दिन बिहार के औरंगाबाद में रहने के बाद दोनों कोलकाता में जाकर छिपकर रहने लगे थे। दोनों को जब लगा कि अब पुलिस उनके पीछे पूरी तरह से पड़ गई है वे बच नहीं सकते है तो वे राँची आकर सरेंडर करने की तैयारी में थे। लेकिन राँची पुलिस को इसकी भनक लग गई और तीनों अभियुक्त पकड़े गए।