प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हीरा बा का 100 साल की उम्र में निधन,अहमदाबाद पहुंचे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की माताश्री के निधन पर झारखण्ड न्यूज की पूरी टीम की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि 💐🙏🙏

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हीरा बा मोदी का शुक्रवार को निधन हो गया।वे 100 साल की थीं। हीरा बा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में सुबह 3.30 बजे अंतिम सांस ली।पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंच गए हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा को श्रद्धांजलि दी। पीएम की मां हीरा बा को मंगलवार को अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। इसके अलावा उन्हें कफ की शिकायत भी थी।इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था।

पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंच गए हैं।हीरा बा का पार्थिव शरीर उनके छोटे भाई पंकज मोदी के घर लाया गया है।प्रधानमंत्री कुछ देर में भाई पंकज मोदी के घर पहुंचेंगे। यहीं पर हीरा बा रहती थीं।प्रधानमंत्री की माताश्री के निधन पर राष्ट्रपति, गृहमंत्री, रक्षामंत्री सहित कई दिग्गज नेताओं ने दुःख जताया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी की मां को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताश्री, हीरा बा के निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है. एक माँ का निधन किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी शून्यता लाता है, जिसकी भरपाई असंभव है. दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्रीजी और उनके पूरे परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ. ॐ शांति!

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर पीएम मोदी की मां को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट किया, एक पुत्र के लिए मां पूरी दुनिया होती है. मां का निधन पुत्र के लिए असहनीय और अपूरणीय क्षति होती है. आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पूज्य माता जी का निधन अत्यंत दुःखद है. प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें. ॐ शांति!

पीएम मोदी ने ट्वीट कर माँ हीरा बा को श्रद्धांजलि दी।पीएम मोदी ने लिखा, मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि કામ કરો બુદ્ધિથી, જીવન જીવો શુદ્ધિથી यानि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।

पीएम ने लिखा, शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।