प्रेमिका के साथ प्रेमी और उसके दोस्तों ने किया दुष्कर्म,प्रेमिका ने मामला दर्ज कराया।

लातेहार बरवाडीह्र प्रखंड के केचकी पंचायत स्थित कचनपुर गाँव के निवासी रानी (बदला हुआ नाम) के साथ प्रेमी आशिष साव ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर प्रेमिका के साथ बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है

वही पीड़िता रानी ने बताया कि 5 तारीख को हम और आशीष साव कोर्ट मैरिज करने के लिए डालटेनगंज गए थे । उसी बीच मनोज साव कचहरी में पहुंच गए । मेरे साथ मारपीट करने लगे जब हम हल्ला करने लगे ।आशीष को बचाने के लिए पुकारे तो आशीष के द्वारा ना बचा कर दोनों मिलकर मेरे साथ मारपीट करने लगे तभी ग्रामीणों के द्वारा महिला थाना को सूचना दिया गया। प्रशासन घटनास्थल पहुंच हम लोगों को सदर थाना लाया गया जहां पर प्रशासन के द्वारा आशीष साव से पूछताछ किया गया तो आशीष के द्वारा बोला गया कि हम रानी से शादी करेंगे तभी प्रशासन के द्वारा दोनों परिवार को बुलाया गया लेकिन आशीष साव के घरवाले थाना न आकर एक दिन का समय मांगे । तब प्रशासन के द्वारा मेरे परिवार को आशीष और हमको सौंपा गया तब मेरे परिवार दोनों को घर लाऐ । हम लोग घर में अच्छे से रह रहने लगे । जब हम लोगों ने देखा कि आशीष के घर वाले दो दिनों तक नहीं आ रहे हैं तो आशीष के द्वारा अपने परिवार को फोन कर बताया गया कि आप लोग आइए हम लोगों को शादी करना है। इसी बीच बरवाडी थाना के प्रभारी के द्वारा फोन आया कि तुम लोग आशीष साव का अपरहण कर लिए हो उसे जल्दी से छोड़ो तब हम लोगों ने देखा कि थाना के द्वारा उल्टा हम लोगों को ही फसाया जा रहा है तब हम लोगों ने आशीष साव को घर जाने के लिए बोला । इसी बीच मनिका थाना से फोन आया कि तुम जल्दी से थाना आओ घर में कोई नहीं रहने के कारण हम अकेले ही शाम 5: बजे टेंपू पकड़ कर थाना के लिए निकले इसी बीच मेनिका के पहले ही यात्री सेड के पास तीन लड़के खड़े थे और हमको टेंपू से जबरजस्ती उतार कर झाड़ी की तरफ ले गए और तीनों मिलकर मेरे साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उस अवस्था में छोड़कर भाग गए जिसमें दो लोग आशीष साव पिता शंकर साव , दीपक साव को देख पाये जिसमे एक अन्य पहचान नहीं कर पाए आगे पीड़िता ने बताया कि जब मेरी होश भी तो जैसे तैसे पास के घर पहुंचे और थाना पहुंचाने के लिए बोले। थाना पहुंच वहां पर गंभीर अवस्था में देख प्रशासन के द्वारा सदर अस्पताल भेज दिया गया ।जहां पर दो दिन के बाद मेरी होश हुई और अपना बयान दे पाए। प्रशासन पर आरोप लगाते हुए पीड़िता ने बताया कि अगर प्रशासन के द्वारा जबरन हमको फोन कर थाना आने के लिए ना बोला जाता तो आज मेरी हालत ऐसी नहीं होती मेरी हालत के पीछे थाना की ज्यादा भूमिका रही है।