चतरा: मगध-आम्रपाली कोल परियोजना से जुड़े टेरर फंडिंग मामले में पुलिस ने पाँच आरोपी को किया गिरफ्तार

चतरा।झारखण्ड के चतरा जिले में मगध-आम्रपाली कोल परियोजना से जुड़े टेरर फंडिंग मामले पांच आरोपी गिरफ्तार हुआ है।एसपी राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए सिविल कोर्ट के पास से पांचों आरोपी को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपियों में सुरेश साव, राजेंद्र उरांव, सूरज उरांव, अमलेश और नारायण दास शामिल है।जानकारी के अनुसार गिरफ्तार हुए सभी आरोपी एनआईए के रडार पर थे।सभी आरोपी को टंडवा थाना को किया गया सौप दिया गया है।इसी मामले में बिंदु गंझू, मंटू सिंह, सुभान मियां पूर्व से जेल में है बंद।

टेरर फंडिंग मामले के मास्टरमाइंड सुभान खान उर्फ सुभान मियां को एनआईए ने बीते दो नवंबर 2018 को गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में बंद है। अन्य आठ आरोपी भी जेल में बंद हैं। आधुनिक पावर कंपनी के जीएम संजय जैन, ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह, विंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु गंझू, कोहराम, प्रदीप राम समेत 14 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं. मामले में टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता, आक्रामण जी, फरार हैं. गौरतलब है कि सीसीएल, पुलिस, उग्रवादी और शांति समिति के बीच समन्वय बैठाने की आड़ में मोटी रकम लेवी के रूप में वसूली जाती थी. एनआइए ने टंडवा थाने में दर्ज प्राथमिकी(कांड संख्या 2/16) को टेक ओवर करते हुए कांड संख्या 3/2018 दर्ज किया है।

क्या है आरोप:

एनआईए ने जनवरी 2019 में मास्टरमाइंड सुभान खान समेत 14 आरोपितों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया था. इसमें तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) को फंड देने कि पुष्टि हुई थी. टीपीसी को लेवी देने के लिए ही उसने ऊंची दर पर मगध और आम्रपाली प्रोजेक्ट से कोयला ढुलाई का ठेका लिया गया था. ऊंची दर पर ली गई राशि का अधिकतर हिस्सा टीपीसी को दिया जाता था.