ॐ आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोस्तुते,ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः,ॐ घृणिः सूर्याय नमः,आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏

राँची।आज मकर संक्रांति पर लोगों का खास उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग सुबह से ही घरो में स्नान और पुजा-पाठ कर रहे हैं। वहीं शहर के प्रमुख मंदिरों में भी पूजापाठ और दान के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। कोरोना संक्रमण के कारण स्वर्णरखा नदी के किनारे नहाने वालों की संख्या पिछले वर्ष से काफी कम है। हालांकि चुटिया स्थित श्री राम मंदिर ,चर्च रोड काली मंदिर ,मेन रोड हनुमान मंदिर,पहाड़ी मंदिर में लोगों पारंपरिक रूप से भगवान के दर्शन के साथ दान पुण्य करते हुए दिख रहे हैं।

सूर्य 2.37 बजे मकर राशी में करेगा प्रवेश

आज मकर संक्रांति पर भगवान सूर्य दक्षिणायन से उतारयण होने लगेंगे। ज्योतिषाचार्य पं अजित मिश्रा ने बताया कि भगवान सूर्य दोपहर 2.37 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। आज सूर्योदय से सूर्यास्त का काल पुण्यकाल मान्य है। इसके बाद खरमास समाप्त हो जाएगा। फिर सभी शुभ कार्य शुरू किए जा सकेंगे। आज के दिन खिचड़ी का सेवन और दान करना पुण्य का भागी बनाता है। पौराणिक कथा के अनुसार आज भगवान विष्णु ने असुरों का वध किया था। लिहाजा भगवान के जीत की खुशी में मकर संक्रांति मनाया जाता है।

आज से शुरू होगी शरद ऋतु की समाप्ति

हिन्दू शास्त्र के मुताबिक आज से शरद ऋतु की समाप्ति होनी शुरू होती है। शरद ऋतु का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगता है और बसंत ऋतु का आगमन शुरू हो जाता है। इसके साथ ही दिन लंबे और रात छोटी होने लगती है। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य अपने बेटे शनि देव से मिलने के लिए भी जाते हैं। इसलिए शनि से जुड़े हुए दान करना भी पुण्य का भागी और शनि ग्रह से आक्रांत लोगों के लिए फलदायी होता है।