उपद्रव मामला:पुलिस की जांच पड़ताल में खुलासा,यूपी व बिहार से आए थे तीन-तीन लोगों ने उपद्रव के लिए भीड़ को उकसाया,सभी की पहचान पुलिस ने की,गिरफ्तारी की प्रयास जारी

–चुटिया व लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित लॉज में आकर ठहरे थे सभी,खूंटी से भी घटना से पूर्व आए थे करीब 30-40 लोग

राँची।राजधानी के मेन रोड में 10 जून को हुए उपद्रव, बवाल व फायरिंग मामले की जांच कर रही पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली है। राँची पुलिस और मुख्यमंत्री के निर्देश पर गठित दो सदस्यीय जांच समिति के अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि यूपी और बिहार से आए तीन-तीन लोगो का इस उपद्रव में कनेक्शन था। जानबूझ कर इन लोगो ने घटना के लिए लोगो को उकसाया। अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि यूपी के गाजीपुर से तीन व बिहार के पटना से आए तीन लोग 10 जून की उपद्रव की घटना से पहले राँची आ गए थे। वे राँची में चुटिया व लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित एक लॉज में ठहरे हुए थे। इन्हीं लोगो ने 10 जून को नूपुर शर्मा के विरोध में लोगो को विरोध करने के लिए उकसाया। इसके लिए सुनियोजित तरीके से सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार किया गया। नुपूर शर्मा के विरोध में पंपलेट व पोस्टर लोगो के बीच वितरित कराए गए, ताकि लोग उसके विरुद्ध उग्र हो जाए और उपद्रव करे। पुलिस के अनुसंधान में गाजीपुर से आए उन तीन लोगो की पहचान कर ली गई है। वहीं बिहार के पटना से आए उन तीन लोगो की भी पहचान कर ली गई है जो इस घटना को अंजाम देने में मुख्य भूमिका में थे। घटना के तुरंत बाद ये सभी राँची छोड़ कर भाग गए थे। अब पुलिस इन सभी की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। घटना वाले दिन खूंटी से भी करीब 30-40 लोग राँची आए थे। जो घटना में शामिल थे।राँची पुलिस अब इन लोगो की भी पहचान कर रही है ताकि इनकी गिरफ्तारी हो सके।

वीडियो फुटेज में दिखा, बोरे में भर भर कर लाए गए थे पत्थर

पुलिस व जांच टीम ने अबतक जो वीडियो फुटेज की जांच की है उनमें यह बात सामने आई है कि घटना के लिए बोरे में भर भर कर पत्थर लाए गए थे। यानी घटना सुनियोजित थी, पत्थर लाने के लिए पहले से तैयारी कर ली गई थी। जैसे ही मेन रोड में बवाल शुरू हुआ पत्थर तेजी से वहां पहुंच गए। जिसका इस्तेमाल पुलिस के विरुद्ध उपद्रवियों द्वारा किया गया। पुलिस ने घटना के बाद उपद्रवियों द्वारा पथराव किए गए पत्थरों को जमा किया था। जिसे कोर्ट में साक्ष्य के रूप में भी प्रस्तुत किया गया था।

ड्रोन से मिले तस्वीरों में भी छतों पर दिखे पत्थर

पुलिस ने घटना के बाद ड्रोन से भी आसपास के छतों की पड़ताल की थी। जिसमें यह बात सामने आई है कि कई घरों की छतों पर पत्थर जुटा कर रखे गए थे। ताकि छतों से भी पुलिस के उपर पथराव किए जा सके।राँची के मेन रोड में हुए उपद्रव मामले में अबतक कुल 48 केस अलग अलग थानों में दर्ज हुए है। डेली मार्केट थाना में हुए मुख्य केस के अनुसंधान की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी गई है। सीआईडी के डीएसपी महेंद्र सिंह मुंडा को उक्त कांड का अनुसंधान पदाधिकारी बनाया गया है।