Jharkhand:विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्य बसंत सोरेन व अनूप सिंह ने विधानसभा में ली शपथ।

राँची।सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित कराने को लेकर आज बुधवार को झारखण्ड विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया गया था।विधानसभा से संशोधन के बाद सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव पारित हो गया।इसके बाद दो नवनिर्वाचित सदस्य बसंत सोरेन व अनूप सिंह ने शपथ ग्रहण किया।

झारखण्ड की दो विधानसभा उपचुनाव में दुमका व बेरमो में 3 नवंबर 2020 को मतदान हुए थे। मंगलवार 10 नवंबर को मतगणना हुई।इसमें दुमका सीट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन विजयी हुए।झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन ने 6512 वोट से जीत हासिल की।इन्होंने भाजपा प्रत्याशी डॉ लुईस मरांडी को पराजित किया। झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन को कुल 79,964 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि दूसरे स्थान पर रहीं डॉ लुईस मरांडी को 73,524 मत मिले हैं।आपको बता दें कि दुमका विधानसभा सीट से झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन एवं बीजेपी प्रत्याशी डॉ लुईस मरांडी समेत 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।ये सीट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।

वहीं बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जयमंगल ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल को पराजित किया. आपको बता दें कि बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी अनूप सिंह एवं बीजेपी प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल समेत 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. 3 नवंबर 2020 को बेरमो की जनता ने इनकी किस्मत इवीएम में कैद कर दी थी. 10 नवंबर को इनकी किस्मत का फैसला हो गया।ये सीट कांग्रेस के वरीय नेता राजेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी।
कांग्रेस प्रत्याशी अनूप सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल को 14,082 से अधिक मतों से हराया. कांग्रेस प्रत्याशी को कुल 92,973 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी को 78,891 वोट मिल पाये. कांग्रेस प्रत्याशी अनूप सिंह अपने पिता दिवंगत राजेंद्र प्रसाद सिंह की विरासत बचाने में सफल रहे। दुमका-बेरमो की दोनों सीटें गठबंधन सरकार के खाते में आयीं। दोनों ही सीटों पर पिछली चुनाव की तरह भाजपा की हार हुई।