Jharkhand:अर्जुन अवार्ड से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी माइकल किंडो नहीं रहे,IGH हॉस्पिटल राऊरकेला में उन्होंने अंतिम सांस ली.

सिमडेगा:1975 विश्वकप में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के आयरन गेट, 1972 ओलंपिक में कांस्य पदक, 1971 विश्व कप में कांस्य पदक, 1973 विश्व कप में रजत पदक सहित एशियन गेम, एशिया कप, कॉमनवेल्थ गेम सहित दुनिया के सभी बड़े प्रतियोगिता में भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीत चुके अर्जुन अवार्ड से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी माइकल किंडो जी का आज राउलकेला के आईजीएच हॉस्पिटल में 3:00 बजे के आसपास देहांत हो गया।आज सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें IGH हॉस्पिटल राउलकेला में भर्ती कराया गया था,लेकिन बच नहीं सके। माइकल किंडो झारखण्ड के सिमडेगा जिला के कुरडेग प्रखंड अंतर्गत बैघमा गांव में जन्म लिए थे और सेना के नौकरी करते हुए वे भारतीय टीम तक पहुंचे थे। सेना से सेवानिवृत्ति के बाद सैल राउरकिला में वे हॉकी का प्रशिक्षण देते थे और वही अब बस चुके थे। उनका निधन खेल जगत के लिए बहुत ही अपूरणीय क्षति है। वह हमेशा सिमडेगा आते थे और नन्हें खिलाड़ियों से मिलकर अपने अनुभवों को साझा कर खिलाड़ियों को हमेशा प्रोत्साहित करते थे। हॉकी सिमडेगा और हॉकी झारखण्ड उनके निधन पर शोक व्यक्त करता है।