Jharkhand:गोड्डा पुलिस ने अपहृत युवक को 24 घण्टे के अंदर किया बरामद,दो अपराधी गिरफ्तार.

गोड्डा।नगर थाना के मेला स्टोर के समीप से घर वापसी के दौरान अपहृत किए गए रंगमटिया के युवक रंजन कुमार को उनकी कार समेत पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर बरामद कर लिया है। पुलिस कार्रवाई में दो आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि गिरोह का सरगना सुदर्शन मंडल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। पुलिस ने कांड में शामिल गंगटा खुर्द के शिवनंदन उर्फ शिबू शर्मा व फसिया डंगाल के मो. हसन अंसारी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर रंगमटिया के द्वारिका महतो के पुत्र रंजन कुमार और उसकी कार टाटा टियागो जेएच 04 टी- 5656 को दो कार्टून अंग्रेजी शराब के साथ बरामद किया गया है। जबकि अपराधियों ने जिन वाहन से घटना को अंजाम दिया था उक्त टाटा टिगोर का नंबर जेएच04एस-2225 है, को भी बरामद कर लिया है। अपराधियों ने युवक के अपहरण के बाद रिहाई के एवज में परिजनों से एक लाख रुपये की फिरौती की भी मांग की थी। कांड का खुलासा करते हुए एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि पुलिस को मंगलवार की सुबह करीब 11.30 बजे एक युवक का अपहरण की सूचना मिली जो नगर थाना क्षेत्र से हुआ था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस कार्रवाई में चौबीस घंटे में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि कांड का मास्टरमाइंड सुदर्शन मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। सुदर्शन मंडल मुफस्सिल थाना क्षेत्र का रहनेवाला है।

एसपी ने बताया कि एक गैंग चारपहिया वाहन को टारगेट कर उसमें शराब व हथियार रखकर उसे टपाता है और परिजनो से ब्लैकमेल कर फिरौती वसूलने का काम करता है। बताया इस घटना में भी युवक के अपहरण के बाद एक लाख रंगदारी की मांग गई गई थी। अपहृत युवक को पुलिस ने जमुआ गांव के पास से बरामद किया।

बता दें गोड्डा में बीते एक फरवरी को द्वारिका प्रसाद महतो जो रंगमटिया के रहने वाले हैं ,का पुत्र रंजन कुमार दिन के करीब 11.30 बजे अपने चार पहिया वाहन नंबर-टाटा टियागो जेएच04टी-5656से अपने दोस्त कुंदन कुमार व उसकी पत्नी और आशुतोष शर्मा लेकर पीरपैंती गया था। रात के करीब 9 बजे रंजन अपनी कार से मेला स्टोर के पास आशुतोष सहित अपने दोस्त कुंदन और उनकी पत्नी को छोड़कर घर आ रहे था। रात नौ बजे रंजन ने अपने घर में फोन कर इसकी सूचना दी थी। इसके बाद उसका मोबाइल नहीं लगने लगा। दो फरवरी-2021 को सुबह करीब छह बजे रंजन के दोस्त आशुतोष के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि एक लाख रूपया लेकर बिहार बार्डर पंजवारा आ जाओ । यहीं पर रंजन और अपनी कार को सुरक्षित ले जाओ। इसके बाद आशुतोष ने रंजन के पिता को इसकी जानकारी दी । फिर रंजन के परिजनो ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस एक्शन में आई।पुलिस योजना बनाकर बिहार बार्डर पंजवारा पहुंची तो पुलिस को देखकर अपराधी भागने लगा। पुलिस ने वहां ख्देड़ कर एक आरोपी व वाहन को बरामद कर लिया गया।वही बताया जा रहा है कांड में आधा दर्जन शातिर अपराधी शामिल हैं, जबकि दो की गिरफ्तारी हुई है।बांकी अपराधियों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस जुटी है।