डॉक्टर की जगह अब ऑन साइबर ठग:नंबर लगाने के लिए फीस 450 रुपए जमा करने को कहा व ठगे 3.89 लाख

–द्वारकापुरी कमड़े के नवल किशोर चौधरी ने डॉ राघव शरण का नंबर गूगल से सर्च कर नंबर लगाने के लिए कॉल किया और हो गए ठगी के शिकार, साइबर थाना राँची में दर्ज हुई प्राथमिकी

राँची।डॉक्टर का नंबर ऑन लाइन लगाए तो संभल कर। क्योंकि हो सकता है जिस डाक्टर का नंबर आप गूगल सर्च से खोज मरीज को दिखाने के लिए ऑन लाइन नंबर लगा रहे है वह किसी साइबर ठग का हो। ऐसा ही ताजा मामला साइबर थाना राँची में दर्ज हुआ है। प्राथमिकी द्वारिकापुरी कमड़े रातू निवासी नवल किशोर चौधरी ने दर्ज कराई है। नवल किशोर चौधरी से साइबर ठगों ने डॉक्टर का ऑन लाइन नंबर लगाने के नाम पर 3.89 लाख रुपए ठग लिए। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार नवल किशोर चौधरी ने कान के डाक्टर डॉ राघव शरण से इलाज कराने के लिए गूगल सर्च से ऑनलाइन नंबर निकाला। उक्त नंबर 7947422129 पर अपने मोबाइल से कॉल किया। फोन करने पर रिंग हुआ लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। कुछ देर बाद उन्हें एक दूसरे नंबर 7828748218 कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि अपने वाट्सएप नंबर दे ताकि उसपर डॉक्टर का नंबर लगाने के लिए फार्म भेजा जा सके। नवल किशोर चौधरी ने अपना मोबाइल नंबर दे िदया।

लिंक भेजा, 450 रुपए भुगतान का ऑप्शन आया, फिर पैसे निकलने लगे

नवल चौधरी को मोबाइल पर एक मैसेज आया। उसपर एक लिंक था। उक्त लिंक को नवल किशोर ने क्लिक किया। जिसमें कुछ डिटेल्स भरने के लिए दिया गया था। डिटेल भरने के बाद उन्हें डॉक्टर की फीस 450 रुपए अॉन लाइन जमा करने को कहा गया। नवल किशोर ने पैसे यूपीआई से जमा करने की कोशिश की, लेकिन जमा नहीं हुए। फोन करने वाले ने कहा कि कोई बात नहीं आप दिखाने के बाद जमा करा दीजिएगा। मैने आपका बुकिंग करा दिया है। उसने कहा कि इसी नंबर पर दिखाने आए को कॉल करे। इसके कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर फिर एक लिंक आया। उसे नवल किशोर ने क्लिक किया तो उसमें मरीज का नाम, पता लिखने के लिए ऑप्शन था। उन्होंने मरीज का नाम व पता लिख दिया। फिर उन्हें 450 रुपए पेमेंट करने का भी ऑप्शन आया। नवल किशोर ने पेमेंट करने की कोशिश की, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। उसके बाद उनके मोबाइल पर मैसेज आना शुरू हुआ। उनके खाते से पैसे निकलने लगे थे। उनके दो खाते से लगातार पैसे निकल रहे थे। दो दिन में उनके खाते से कुल 3.89 लाख रुपए निकल गए। तब उन्हें समझ में आया कि वे साइबर ठगी के शिकार हो गए है। इसके बाद उन्होंने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई।