अमानत में खयानत:कोरोना संक्रमित मालिक एक महीने तक इलाज के लिए भर्ती रहे अस्पताल में,तो ड्राइवर ने समझ लिया अब मालिक नहीं लौटेंगे,26 लाख लेकर हुआ फरार

–गोंदा थाना में कांके रोड स्थित ब्सेसिंगटन हाइट में रहने वाले कारोबारी रविंद्र कुमार टिबड़ेवाल ने पांच जुलाई को दर्ज कराई है प्राथमिकी, पुलिस कर रही है मामले की जांच

राँची।कोरोना काल में अमानत में खयानत भी हुए। विश्वासी लोगो ने भी अपने के साथ धोखाधड़ी की। ऐसा ही एक मामला गोंदा थाना क्षेत्र में कांके रोड में रहने वाले कारोबारी के साथ हुआ था। जब वे कोरोना से लगातार एक महीने तक गंभीर स्थिति में बीमार पड़े तो घर के ही एक विश्वासी ड्रावइर ने कारोबारी का 26 लाख रुपए ले फरार हो गया। इस संबंध में कारोबारी कांके रोड स्थित ब्सेसिंगटन हाइट में रहने वाले कारोबारी रविंद्र कुमार टिबड़ेवाल ने पांच जुलाई को गोंदा थाना में अनिल भगत के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार रविद्र कुमार टिबड़ेवाल (46) एक व्यवसायी है। वे कांके रोड में ब्लेसिंग हाइट में दसवे तल्ले पर अकेले रहते है। 24 अप्रैल को वे कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित हो गए। इस वजह से उन्हें सेंटेविटा अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। वे गंभीर स्थिति में एक महीने से ज्यादा 28 मई तक अस्पताल में भर्ती रहे। जहां उनका इलाज चल रहा था। व्यवसायी होने की वजह से ग्राहकों और डीलरों से कलेक्शन के पैसे उनके पास बीमार होने के दौरान काफी आ गए थे। जिसे वे बैंक में जमा नहीं करा सके थे और अपने फ्लैट में स्थित लकड़ी के अलमीरा में रख, ताला बंद कर चाबी वहीं उपर रख छोड़ा था और गंभीक अवस्था में अस्पताल चले गए थे। उसी अपार्टमेंट में चौथे तल्ले में स्थिति दूसरे फ्लैट में उनकी पत्नी और बच्चे रहते है। उसी अपार्टमेंट में नीचे तल्ले के एक फ्लैट में रविंद्र के माता भी रहते है। जब वे अस्पताल से डिस्चार्ज हो कर वापस लौटे तो वे दसवे तल्ले में ना जाकर चौथे तल्ले में पत्नी व बच्चों के साथ रहने लगे। जब उनकी तबियत में सुधार आया तो 18 जून को वे पुन: अपने दसवे तल्ले के फ्लैट में गए। अलमीरा खोला तो देखा कि उसमें रखे पैसे गायब थे।

खोज बिन किया तो पता चला उनके पिताजी का चालक है गायब

रविंद्र कुमार टिबड़ेवाल ने जब खोज बिन किया तब पता चला कि उसी अपार्टमेंट के नीचले तल्ले में स्थित फ्लैट में रहने वाले उनके पिताजी का ड्राइवर अनिल भगत जो मांडर का रहने वाला है वह गायब है। जब वे बीमार पड़े थे तब 11 मई को ही नौकरी छोड़ चला गया था। अनिल अपनी पत्नी के साथ वहां रहता था। रविंद्र ने उसके मोबाइल पर फोन कर उससे संपर्क करने की काफी कोशिश की। लेकिन उसने अपना मोबाइल स्वीच अॉफ रखा था। उसकी पत्नी को भी रविंद्र ने काफी संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उससे भी संपर्क नहीं हो सका। रविंद्र ने पुलिस को बताया कि उन्हें शंका है कि उनकी गंभीर बीमारी का फायदा उठाकर उसी ने उनके फ्लैट से 26 लाख रुपए चुराए है और फरार हो गया।