अवैध खनन घोटाला:ईडी ने पूछा फरार दाहू यादव कहा है,सुनील यादव ने कहा कि कई महीनों से मुझसे संपर्क नहीं हुआ….

–सुनील यादव से पूछताछ शुरू, दिन के दो बजे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से ले जाया गया, ईडी को मिली है अहम जानकारी सुनील यादव अपने फरार भाई दाहू से लंबे समय से था संपर्क में

राँची।झारखण्ड के साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ के अवैध खनन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दाहू यादव के भाई सुनील यादव को हाईकोर्ट से अनुमति लेकर पांच दिनों के रिमांड पर लिया है। बुधवार को ईडी की टीम उसे दिन के दो बजे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से लेकर हिनू स्थित कार्यालय पहुंची। ईडी उससे पांच दिनों तक उससे पूछताछ करेगा। पहले दिन ईडी ने सुनील यादव से उससे फरार भाई दाहू यादव के बारे में कई सवाल किए। ईडी ने पूछा कि दाहू यादव कहा है। वह साहिबगंज में है या किसी और जगह। इस सवाल के जवाब में सुनील यादव ने कहा कि उसका बीते कई महीनों से उससे संपर्क नहीं हुआ। हालांकि ईडी को यह जानकारी मिली है कि गिरफ्तारी से पूर्व सुनील यादव दाहू के संपर्क में था। ईडी को यह भी उम्मीद है कि इस बार उसे फरार दाहू के बारे में सुनील यादव से महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। इसलिए ईडी ने उसे रिमांड में लेने के लिए झारखण्ड हाईकोर्ट में तब याचिका दाखिल की थी जब पीएमएलए कोर्ट ने उसकी रिमांड की याचिका को खारिज कर दिया था।

दाहू के फरार होने के बाद कई बार उससे संपर्क में आया है सुनील

दाहू यादव व सुनील यादव सगे भाई है। दोनों पर पंकज मिश्रा के सहयोग से साहिबगंज में अवैध खनन और परिवहन का आरोप है। जिसका अनुसंधान ईडी कर रही है। ईडी को यह जानकारी मिली है कि गिरफ्तारी से पहले लगातार सुनील यादव अपने भाई दाहू यादव के संपर्क में रहा। फरार दाहू पिछले साल आखिरी बार 18 जुलाई 2022 को ईडी के समक्ष पेश हुआ था। इसके बाद वह राँची स्थित ईडी कार्यालय में हाजिर ही नहीं हुआ। उसने ईडी को यह कह समय की मांग की थी कि उसकी मां बीमार है। उसके बाद वह साहिबगंज गया तो फिर ना ईडी कार्यालय पहुंचा और ना ही साहिबगंज पुलिस के हत्थे लगा। जबकि उससे विरुद्ध पीएमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। उसके घर की कुर्की जब्ती भी हो चुकी है। इसके साथ ही सुनील यादव के विरुद्ध भी पीएमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। वारंट जारी होने के बाद वह भी फरार हो गया था। सुनील यादव को अवैध खनन मामले में साहिबगंज पुलिस ने 25 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे ईडी ने कोर्ट में प्रस्तुत किया था, इसके बाद से वह बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में है।