हजारीबाग:अपहरण के 10 घंटे बाद अपहरणकर्ता के चंगुल से भाग निकला जेएमएम नेता का पुत्र,सकुशल मिलने पर ईश्वर का धन्यवाद किया और कहा सबकी दुआएं काम आई..

हजारीबाग।झामुमो नेता सह हजारीबाग जिला पार्षद संजीव बेदिया का पुत्र अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर देर रात करीब एक बजे सकुशल घर पहुंच गया। पीयूष को देखकर घरवालों के जान में जान आई। घर के लोग खुशी से रोने लगे। पीयूष ने घरवालों को जो बताया उसके मुताबिक, वह रविवार दोपहर करीब एक बजे घर के बाहर मोबाईल चला रहा था,तभी दो बाइक पर चार लोग वहां पहुंचे।

इस दौरान वे किसी का पता पूछने लगे। इसी दौरान उसे कुछ सूंघा दिया। इससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद क्या हुआ, पीयूष को होश नहीं था। देर शाम जब उसे होश आया तो वह पारगढा जंगल में था। अपहरणकर्ता उसे जान से मार डालने की बात कर रहे थे। देर रात जब अपहरणकर्ता खाने-पीने में व्यस्त हो गए, तो वह मौका देखकर वहां से भाग निकला। वह दौड़ते-भागते किसी तरह से अपने घर पहुंचा। उसके हाथ-पैर डर से कांप रहे थे।

पिता संजीव बेदिया ने पुत्र की कुशलता पर ईश्वर का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि एक पल के लिए तो मेरी दुनिया ही लुट चुकी थी। लेकिन सबकी दुवाएं काम आई। मेरा बेटा घर लौट आया। इधर हजारीबाग व रामगढ़ जिला पुलिस भी पीयूष से जानकारी के आधार पर मामले की तफ्तीश में जुट गई है। अपराधियों का सुराग तलाशने में पुलिस की कई टीमें सक्रिय है। हजारीबाग एसपी ने पीयूष से उसके घर पहुंच का रात में ही घटना की जानकारी ली।

इधर पीयूष के घर लौटने के बाद उसके बताई बातों के अनुसार परिजन व दर्जनों शुभचिंतक सोमवार की सुबह परगाढा जंगल पहुंचे। यहां अपराधियों का सुराग जानने के लिए जंगल मे जहां-तहां खोजबीन की जा रही है।

बता दें रविवार को झामुमो नेता संजीव बेदिया के पुत्र का लापता की खबर आग की तरह फैल गई थी ,पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी।पुलिस के आला अधिकारी के साथ दर्जनों जगहों पर छापेमारी की थी।रविवार को पीयूष की माँ ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी थी कि दोपहर एक बजे उनका 18 वर्षीय पुत्र पीयुष क्वार्टर के बाहर बैठा था. दोपहर करीब दो बजे खाने के लिए पूछने बाहर आई तो उसे गायब पाया।इसके बाद से उसका कोई पता नहीं चल पाया।इसके बाद उन्होंने तत्काल इसकी सूचना अपने पति संजीव बेदिया को मोबाइल पर दी, जो उस वक्त वे रांची में थे।सूचना पाकर वे भी सीधे अपने आवास पहुंचे और तत्काल इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों को दी।सूचना के बाद पुलिस हरकत में आ गई है. पीयुष का मोबाइल बंद है, इससे पुलिस को उसके लोकेशन में परेशानी आ रही है. वैसे रामगढ़ व हजारीबाग जिला के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया था।