झारखण्ड की पांच प्रतिभावान  बच्चियां अमेरिका में हॉकी में दिखाएंगी अपना हुनर,मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं

राँची।अमेरिका में खेल और सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारत का एक दल जाएगा। इस दल में झारखण्ड की संस्कृति और खेल जगत से जुड़े लोग भी शामिल होंगे।इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अमेरिका में आयोजित होने वाले खेल और सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यक्रम के लिए चयनित झारखण्ड के हॉकी खिलाड़ियों ने शिष्टाचार मुलाकात की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस सिलसिले में कई योजनाएं शुरू की गई है। प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उनके हुनर को निखारने के लिए विशेष पहल की जा रही है। खिलाड़ियों के उत्तम कोटि के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। विशेषकर हॉकी और फुटबॉल जैसे खेलों में ग्रामीण इलाकों से निकलने वाले खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिले। उन्हें विभिन्न प्रतियोगिताओं में भागीदारी करने का मौका मिले । इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। खिलाड़ियों की जो भी जरूरतें होंगी, उसे पूरा किया जाएगा। हमारी कोशिश है कि खेलों की दुनिया में झारखण्ड एक शक्ति के रूप में उभरे और देश- दुनिया में एक अलग पहचान बनाए।

भागीदारी को लेकर उत्साहित है बच्चियां

मुख्यमंत्री ने बच्चियों से कहा कि वे जब अमेरिका से वापस आएंगी वे उनसे मिलेंगे और उनके अनुभवों को जानेंगे,ताकि आने वाले दिनों में उन्हें इस तरह के और भी मौके मिले इसके लिए प्रयास किया जा सके। इन बच्चियों ने भी मुख्यमंत्री से कहा कि वे इस कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर लिए काफी उत्साहित हैं।

इन महिला हॉकी खिलाड़ियों का चयन

खूंटी जिले की पुण्डी सरू और जूही कुमारी, सिमडेगा जिले की हेनरिटा टोप्पो और पूर्णिमा नेती तथा गुमला जिले की प्रियंका कुमारी का चयन अमेरिका के मिडिलबरी कॉलेज में 24 जून से 13 जुलाई तक आयोजित होने वाले खेल और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए हुआ है।

इस आधार पर हुआ है चयन

ईस्ट इंडिया वीमेंस हॉकी एंड लीडरशिप कैंप के दूसरे संस्करण -2020 में आयोजित हॉकी प्रशिक्षण शिविर में प्रदर्शन के आधार पर शीर्ष पांच महिला हॉकी खिलाड़ियों का चयन इस कार्यक्रम के लिए किया गया है। गौरतलब है कि एनजीओ शक्ति वाहिनी के साथ साझीदारी में यूएस कांसुलेट, झारखण्ड हॉकी फेडरेशन दक्षिण पूर्व रेलवे झारखण्ड पुलिस और ब्यूरो ऑफ एजुकेशनल एंड कल्चरल अफेयर्स के सहयोग से वर्ष 2018 में ईस्ट इंडिया हॉकी प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी।

अमेरिकी दूतावास,नई दिल्ली और भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में शैक्षणिक और सांस्कृतिक मामलों के कार्यालय के सहयोग से प्रत्येक वर्ष कई प्रकार के अंतरराष्ट्रीय आदान प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है।इन कार्यक्रमों को अमेरिका और भारत के लोगों के बीच परस्पर समझ को प्रोत्साहन देने के लिए बनाई गयी एक योजना है। इसी कड़ी में अमेरिका में आयोजित होने वाले खेल और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भारतीय दल जल्द रवाना होगा।इस दल में झारखण्ड के सांस्कृतिक और खेल जगत से जुड़े लोग भी शामिल होंगे।

इस कार्यक्रम के लिए चयनित झारखंड के चार खिलाड़ियों को अमेरिका में हॉकी का विशेष प्रशिक्षण दी जाएगी।खूंटी की जूही कुमारी जो आर्थिक रूप से काफी कमजोर होने के बावजूद खेल के क्षेत्र में अपने प्रदर्शन के बदौलत बेहतर किया है और आज उन्हें अमेरिका में ट्रेनिंग के लिए चयन किया गया है। गुमला जिला की प्रियंका कुमारी की भी कहानी कमोबेश वैसी ही है। प्रियंका के पिता लकवे की बीमारी से पीड़ित हैं।परिवार का जीविका चलाने की जिम्मेदारी उनकी मां पर है। प्रियंका के खेल के प्रति जुनून के कारण उन्होंने बांस की छड़ी से हॉकी बनाई।जिसकी मदद से उन्होंने सीखने के लिए दिन-रात अभ्यास किया और आज उनके समर्पण को देखते हुए प्रशिक्षण के लिए उनका चयन इस कार्यक्रम में हुआ है। हरनिता टोप्पो का भी चयन इस कार्यक्रम के लिए हुआ है. हरनिता सिमडेगा की रहने वाली हैं। हरनिता की मां मजदूरी करती हैं. बेटी को हॉकी के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए वह काफी मेहनत की है।वहीं सिमडेगा की ही रहने वाली पूर्णिमा ने भी कई आर्थिक परेशानियों को पीछे छोड़ते हुए आज बेहतर प्रदर्शन कर रही है और भारतीय दल के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका जा रही हैं।

ईस्ट इंडिया वीमेंस हॉकी एंड लीडरशिप कैंप के दूसरे संस्करण के पांच शीर्ष खिलाड़ी, जो 1 फरवरी 2020 को खत्म हुआ था. मिडिलबरी द्वारा डिजाइन किए गए अमेरिका में तीन सप्ताह के खेल और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 24 जून से 13 जुलाई तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. रांची के एक निजी होटल में मीडिया से बात करते हुए पांचों खिलाड़ियों ने कहा कि वो अमेरिका का दौरा करने के अवसर के लिए काफी खुश और उत्साहित हैं. अमेरिका के वरमोंट में मिडिलबरी कॉलेज टीम से मिलने के वो काफी उत्सुक हैं. इसे मौके पर संस्था शक्ति वाहिनी के साथ साझेदारी में अमेरिका कांसुलेट और झारखण्ड हॉकी फेडरेशन, दक्षिण-पूर्वी रेलवे, झारखंड पुलिस और ब्यूरो ऑफ शैक्षिक और सांस्कृतिक मामलों के सहयोग से ईस्ट इंडिया प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी।झारखण्ड की युवा लड़कियों और महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इसकी शुरुआत हुई.

जनवरी 2020 में आयोजित दूसरे संस्करण में इस परियोजना का नेतृत्व मिडिलबरी कॉलेज के 16 खिलाड़ियों ने किया था, जिन्होंने राज्य के विभिन्न ग्रामीण जिलों से आने वाली कुल 100 लड़कियों के फील्ड हॉकी प्रशिक्षण प्राप्त कर झारखंड की यात्रा की थी. ऑन फील्ड खेल सेशन के अलावा पूरक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था।शीर्ष पांच खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए अमेरिकन सेंटर कोलकाता के निदेशक और अमेरिकी कॉन्सुलेट नजरल कोलकाता के अधिकारी एड्रियन प्रैट ने कहा कि हम जानते हैं कि खेलों के माध्यम से सांस्कृतिक आदान-प्रदान की शक्ति परिवरतर्नकारी है. ईस्ट इंडिया हॉकी प्रोग्राम हमारे कई कनेक्शन और साझेदारियों का चेहरा बन गया हैम

6 दिवसीय हॉकी प्रशिक्षण शिविर के दौरान 100 के समूह के पांच शीर्ष फील्ड हॉकी खिलाड़ियों को आगे के प्रशिक्षण के लिए मिडिलबरी कॉलेज, वरमोंट अमेरिका जाने के लिए चुना गया है, वो हैं पूर्णिमा नेती, पुंडी सरू, जूही कुमारी, हरनिता टोप्पो और प्रियंका कुमारी. इन खिलाड़ियों के साथ कार्यक्रम सद्भभावना के पुलों का निर्माण जारी रखेगा, टीम वर्क को बढ़ावा देने के लिए खेल शक्ति का प्रदर्शन करेंगी।