झारखण्ड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से और तीन दिनों तक ईडी करेगी पूछताछ;कोर्ट से मिला तीन दिनों का रिमांड…

राँची। झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मुश्किलों का दौर लगातार जारी है।उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आज (12 फरवरी) पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड की मांग की।लेकिन स्पेशल कोर्ट ने तीन दिन के रिमांड की स्वीकृति दी।पिछले दस दिनों से ईडी की टीम हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तारी के बाद पहली बार ईडी को पांच दिन का रिमांड मिला था। दूसरी बार भी पांच दिन का रिमांड मिला था।आज तीन दिन का रिमांड मिला है।नियम के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा 14 दिन तक रिमांड पर पूछताछ हो सकती है।खास बात है कि जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के रिजनल दफ्तर में ही पूछताछ हो रही है। हेमंत सोरेन के रहने की पूरी व्यवस्था ईडी ऑफिस में ही की गई है। आज जब ईडी की टीम हेमंत सोरेन को लेकर पीएमएलए कोर्ट पहुंची तो वे सफेद कुर्ता और कंधे पर पारंपरिक गमछा रखे नजर आए।हेमंत सोरेन ने कोर्ट परिसर में मौजूद समर्थकों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया।हालांकि आज हेमन्त सोरेन गम्भीर नजर आ रहे थे।

आपको बता दें कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। उनके दिल्ली स्थित आवास से बरामद लग्जरी कार मामले में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से भी पूछताछ हो चुकी है।लेकिन हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेने के लिए ईडी ने जो तथ्य पेश किए हैं, उसकी खूब चर्चा हो रही है।

दरअसल, ईडी का दावा है कि हेमंत सोरेन के बेहद करीबी और खास कहे जाने वाले विनोद कुमार सिंह ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा संभालते थे।उनके मोबाइल फोन से ऐसे कई चैट रिकवर किए गये हैं। जेएसएससी परीक्षा की आड़ में सरकारी नौकरी के लिए भी एडमिट कार्ड का जानकारी उनके मोबाइल से मिली है। लैंड स्कैम मामले में ईडी की टीम बड़गांई अंचल के कर्मचारी रहे भानु प्रताप प्रसाद को उस प्लॉट पर ले जाकर पूछताछ कर चुकी है, जिसे हेमंत सोरेन का बताया जा रहा है।माना जा रहा है कि ईडी की जांच के दौरान आने वाले समय में कई और सफेदपोश जांच की जद में आ सकते हैं।

इधर सूत्रों से जानकारी मिली है कि आज ईडी ने कोर्ट में करीब 270 पेज का मोबाइल चैट सहित कई दस्तावेजों को जमा किया।उसी आधार पर ईडी की ओर से कोर्ट को बताया गया कि हेमन्त सोरेन से पूछताछ अभी जरूरी है।