सरकार को अस्थिर करने के मामले में राँची के कोतवाली और धुर्वा थाना में दर्ज मामले की भी जांच करेगी ईडी…..

राँची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में मनी लाउंड्रिंग की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज कर ली है। फिलहाल इसमें कांग्रेस के तीन विधायकों डॉक्टर इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी इस मामले के साथ राँची के कोतवाली थाना में विधायक अनूप सिंह और रामदास सोरेन के द्वारा धुर्वा थाना में सरकार को अस्थिर करने के मामले में दर्ज कराए गए प्राथमिकी को अटैच कर जांच करेगी।

सरकार गिराने के आरोप में तीन लोगों को दो लाख के साथ गिरफ्तार किया था

साल जुलाई 2021 में राँची पुलिस ने एक होटल से सरकार गिराने के आरोप में तीन लोगों को दो लाख के साथ गिरफ्तार किया था।22 जुलाई को झारखण्ड सरकार में शामिल कांग्रेस के एक विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने ही झारखण्ड के कुछ पावर ब्रोकर्स पर सरकार को गिराने की साजिश रचने और कुछ विधायकों को खरीदारी की कोशिश का आरोप लगाते हुए रांची के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी। इसके आधार पर पुलिस ने राँची के एक होटल से तीन लोगो को ब्रजेश कुमार दुबे,अमित सिंह और निवारण महतो को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनके पास से दो लाख रुपये बरामद किये थे. पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार लोगों को जेल तो भेज दिया, लेकिन तीन महीने बाद भी जांच का न तो कोई निष्कर्ष सामने आया है और न ही चार्जशीट फाइल की गयी थी। इसके बाद तीनों आरोपी जेल से बाहर आ गए थे।

विधायक रामदास सोरेन ने अक्टूबर 2021 में धुर्वा थाने दर्ज कराई थी एफआईआर

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के विधायक रामदास सोरेन ने सरकार गिराने के आरोप अक्टूबर 2021 को राँची के धुर्वा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।झारखण्ड मुक्ति मोर्चा से निष्कासित किये जा चुके पूर्व केंद्रीय कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल एवं एक अन्य व्यक्ति अशोक अग्रवाल पर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।